नालंदा। शनिवार को हिलसा अवस्थित रामबाबू उच्च माध्यमिक विद्यालय के परीक्षा भवन में नालंदा जिला संवेदक संघ की संपन्न बैठक में ग्रामीण कार्य विभाग से संबंधित प्रकार की निविदाओं का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है। बैठक की अध्यक्षता नालंदा जिला संवेदक संघ के अध्यक्ष सुरेश प्रसाद ने की। बैठक में लिए गए निर्णयों के संदर्भ में जानकारी देते हुए संघ के अध्यक्ष ने कहा कि जिले के संवेदकों को ग्रामीण कार्य विभाग से काफी परेशानी की जाती है। उन्होंने कहा कि बैठक में संवेदको ने मेंटेनेंस की राशि का भुगतान, जीएसटी, रॉयल्टी, डीपीआर तथा एक करारनामा इन मुद्दों पर विस्तृत रूप से चर्चा की। मेंटेनेंस की सभी तरह का भुगतान जनवरी माह तक पूर्ण सुनिश्चित करने, जीएसटी एवं रॉयल्टी के लिए डीपीआर तथा कारनामा की तरह ही कटौती करने की मांग उठाई गई। संवेद को ने कहा कि कटौती आज की नियमावली से की जाती है जो कि बिल्कुल गलत है। किसी भी कार्य का भुगतान समय पर नहीं होता है। जिसके लिए विभाग पूरी तरह से जिम्मेदार है। क्योंकि कार्य से पहले गुणवत्ता जांच, आवंटन की मांग, विपत्र की जांच की कार्रवाई एक साथ होना चाहिए। यह नहीं कि संवेदक कार्य कर रहा है और भुगतान भगवान भरोसे होगा। संवेदकों ने कहा कि कार्य सामग्री की जांच के लिए विभागीय प्रयोगशाला, कनीय अभियंता, सहायक अभियंता, कार्यपालक अभियंता तथा विभागीय पदाधिकारी औचक निरीक्षण करते हैं। इसके अलावा इंडिपेंडेंट इंजीनियर, पीएक्यूएम, एसक्यूएम, एनक्यूएम द्वारा भी निर्माण कार्य की जांच की जाती है। वही माननीयों के द्वारा भी संवेदकों को प्रताड़ित किया जाता है। ऐसी स्थिति में काफी प्रताड़ना सामना करना पड़ रहा है। उक्त चर्चाओं के बाद संवेदकों ने नालंदा जिला में आरडब्ल्यूडी से संबंधित सभी प्रकार की निविदाओं का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है। बैठक में राम प्रसाद सिन्हा, दिलीप कुमार वर्मा, मंटू सिंह, उदय शंकर, बृज बिहारी प्रसाद, उपेंद्र कुमार, नरेंद्र कुमार विद्यार्थी, रणधीर कुमार उर्फ पंकज, अरविद कुमार, प्रभाकर कुमार समेत नालंदा जिला के तमाम संवेदक उपस्थित थे।
Posted By: Jagran
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