बिहार की राजधानी पटना समेत प्रदेश के सभी जिलों में रविवार को सिपाही भर्ती परीक्षा आयोजित की गई। इस दौरान मुजफ्फरपुर में ब्लूटूथ डिवाइस से नकल कराने का बड़े नेटवर्क का खुलासा हुआ। पटना के शातिराें के एक गैंग ने 3-3 लाख रुपए में परीक्षा में नकल कराने का ठेका लिया था। मुजफ्फरपुर के जिला स्कूल सेंटर से ब्लूटूथ डिवाइस के साथ परीक्षार्थी धनंजय कुमार को पकड़ा गया है। पूछताछ में उसने इस नेटवर्क का खुलासा किया। धनंजय के जिंस के टिकट पाॅकेट में एक मोबाइल था, जाे इयर फाेन से कनेक्ट था
कान में डिवाइस काे ऐसे फिट किया कि डॉक्टर भी नहीं निकाल पाए : धनजंय ने पुलिस काे बताया है कि डेढ़ लाख रुपए पेशगी लेने के बाद पटना में ही गैंग के शातिराें ने कान में ब्लूटूथ फिट किया था।
अस्पताल के डॉक्टर नहीं निकाल पाए। अब उसे पटना लाने की तैयारी है। धनंजय पटना के दुल्हिन बाजार का है। उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।
वीक्षक ने बुदबुदाते सुना तो खुला राज : इयर फाेन का तार जांघिया के नीचे से कमर के पास निकाल कर गंजी में सेलाे टेप से साटकर कंधे तक ले जाया गया था। वहां पर इयर फाेन का माइक था। परीक्षा हाॅल में प्रवेश से पहले ही धनंजय काॅल कर पटना में बैठे शातिराें से जुड़ गया था। धनंजय इधर से सवाल पढ़ता था, उधर से पटना में बैठा गैंग का स्कॉलर जवाब लिखाता था। धनंजय ने पुलिस काे बताया है कि फर्जी नाम-पते पर गैंग के लाेगाें ने ही उसे सिम दिया था। मिठनपुरा थानेदार भागीरथ प्रसाद ने बताया कि सेंटर अधीक्षक के आवेदन पर धनंजय के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। परीक्षा हाॅल- 8 के वीक्षक अनंत कुमार ने बताया कि धनंजय बुदबुदा रहा था। जब धनंजय इधर से सवाल पढ़ता था ताे इसके कुछ देर बाद उसके कान में अंदर ब्लू रंग की राेशनी जलती थी। यह देख उसे खड़ा करके मोबाइल का टाॅर्च जला कर देखा। तो मामला सामने आया।