खेतों में जरूरत से ज्यादा रासायनिक खाद का प्रयोग हानिकारक : डीएम

छपरा। डीएम सुब्रत कुमार सेन ने रासायनिक उर्वरक की जगह जैविक खाद के अधिकाधिक प्रयोग के लिए किसानों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि रासायनिक उर्वरक का ज्यादा उपयोग मृदा स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। समाहरणालय स्थित अपने कार्यालय कक्ष में कृषि विभाग की समीक्षा बैठक करते हुए डीएम कहा कि मिट्टी स्वास्थ्य कार्ड बनाने का काम तेज किया जाए। बैठक में डीएओ जयराम पाल ने बताया कि जिले के सभी बीस प्रखंडों के 20 गांवों से मिट्टी का नमूना लिया गया है। इन नमूने को लैब में जांच कराकर उपलब्ध स्वायल हेल्थ कार्ड किसानों के बीच वितरित कराया जाएगा।


डीएओ ने बताया कि इन गांवों में चार फेज में किसानों को प्रशिक्षण दिया जाएगा तथा वहां की मिट्टी में कौन से रासायनिक तत्व की कमी है और किसकी अधिकता है यह उन्हें बताया जाएगा। इस दौरान किसानों को उनके खेती में किस तरह के रसायन का कितनी मात्रा प्रयोग में लाना है, इसका परामर्श दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इन सभी गांवों में 20 हेक्टेयर में केवल जैविक खाद और पेस्टीसाइड का उपयोग कर किसानों से खेती कराई जाएगी तथा रसायन के प्रयोग और जैविक खाद के प्रयोग का अंतर दिखाया जाएगा। ऐसा कर किसानों को जैविक खेती के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। समीक्षा बैठक में डीएओ के अलावा कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक, सहायक निदेशक रसायन, सहायक निदेशक पौधा संरक्षण, परियोजना निदेशक आत्मा आदि उपस्थित थे।
Posted By: Jagran
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