जागरण संवाददाता, सुपौल: जल-जीवन-हरियाली समेत अन्य सामाजिक मुद्दों को लेकर 19 जनवरी 2020 को आयोजित मानव श्रृंखला की सफलता और तैयारी को लेकर राज्य मध्याह्न भोजन योजना के निदेशक विनोद कुमार सिंह ने शनिवार को जिला शिक्षा कार्यालय में एक समीक्षात्मक बैठक आयोजित कर तैयारी का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने मानव श्रृंखला की सफलता को लेकर कई तरह के दिशा-निर्देश भी जारी किए। जारी निर्देश में निदेशक ने कहा कि मानव श्रृंखला में भाग लेने वाले बच्चों का विशेष रूप से ध्यान रखने की जरूरत है। इस कार्यक्रम के माध्यम से हमें नई पीढ़ी को यह समझाना है कि पानी, पौधे एवं हरियाली का दुरुपयोग ना करें और अधिक से अधिक पौधे लगाएं। यह कार्य मानवता के व्यापक हित में हैं और शिक्षा का एक महत्वपूर्ण भाग है। निदेशक ने मानव श्रृंखला बनाने के क्रम में श्रृंखला के बाद घर लौटने के दौरान ट्रैफिक व्यवस्था, जल, चिकित्सा का विशेष इंतजाम करने की हिदायत देते हुए कहा कि बच्चों की सुरक्षा सर्वाधिक महत्वपूर्ण है। कहा कि मानव श्रृंखला में भाग लेने वाले बच्चों को गरमा-गरम भोजन खिलाया जाना है। किसी भी हाल में बिना एमडीएम खिलाए बच्चों को मानव श्रृंखला में शामिल नहीं करना है। बच्चों के द्वारा बनने वाले मानव श्रृंखला की तस्वीर व्हाट्सएप के माध्यम से विभाग को भेजने की हिदायत देते हुए कहा कि इस दौरान शिक्षा विभाग के सभी पदाधिकारी व कर्मी पूर्ण रूप से मुस्तैद रहेंगे। मौके पर जिला शिक्षा पदाधिकारी योगेश मिश्र, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी एमडीएम रजनीकांत प्रवीण, स्थापना के प्रेम रंजन समेत अन्य कर्मी उपस्थित थे।
Posted By: Jagran
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