औरंगाबाद। गर्भवती महिला अपने गर्भस्थ बच्चे के प्रति गहरे सोच मे रहती है। ऐसे में उन्हें तनाव दूर रखना चाहिए। हंसी खुशी का माहौल देकर उन्हें प्रसन्न रखना चाहिए। अगर ऐसा नहीं होता है तो इसका असर गर्भस्थ शिशु पर पड़ता है। उपरोक्त बातें चिकित्सा प्रभारी डा. नागेंद्र सिन्हा ने गुरुवार को पीएम सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत प्रसव पीड़ित महिलाओं की जांच शिविर को संबोधित करते हुए कहा। कहा कि आहार व्यवहार से कई तरह की परेशानियां से निजात पाया जा सकता है। कार्यक्रम में 498 गर्भवती महिलाओं की बीपी, शुगर, पीएपी के साथ विभिन्न तरह की जांच की गई। इसके साथ ही उन्हें आयरन व विटामिन की दवा दी गई। चिकित्सकों ने महिलाओं को ससमय स्वास्थ्य जांच कराते रहने का सुझाव दिया। मौके पर डा. सूचित कुमार पांडेय, डा. वीजेंद्र चौधरी, सच्चिता नंदिनी सिन्हा, हेल्थ मैनेजर मनीष कुमार, बीसीएम प्रेम शंकर प्रसाद, एलटी जयनंदन शर्मा, डीके यादव, विकास कुमार, अनिता कुमारी, अमर कुमार, टुन्नी लोगों टोपनो, आशा कुमारी, पिकी कुमारी समेत एएनएम,जीएनएम सहित स्वास्थ्य कर्मी रहे। विदित हो कि प्रत्येक मांह के 9 तारीख को गर्भवती महिलाओं को स्वास्थ्य जांच किया जाता है।
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Posted By: Jagran
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