अरवल । कृषि भवन परिसर में गुरुवार को दो दिवसीय कृषि यांत्रिकीकरण सह उपादान मेला का आयोजन किया गया।इसका उद्घाटन जिलाधिकारी रवि शंकर चौधरी ने दीप प्रज्वलित कर किया। अपने उद्घाटन भाषण में उन्होंने कहा कि वर्षा होने के कारण खेत गीला हो गया है। पहले की बारिश के कारण गेहूं की बुआई का कार्य भी ठीक ढंग से नहीं हो पाया था कि फिर बारिश हो जाने के कारण किसानों को इस कार्य को करने में परेशानी मे डाल दिया है। उन्होंने कहा कि जिन खेतों की जुताई ट्रैक्टर से होने लायक नहीं है उन खेतों में जीरो टिलेज से गेहूं की बुआई करें ।जीरो टिलेज से बुआई करने पर किसानों को 80फीसद अनुदान दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि कृषि कार्य में मजदूर की कमी से इसके निष्पादन में विलंब होता है लेकिन सरकार किसानों को कृषि कार्य को जल्द निपटाने के लिए कृषि यांत्रिकीकरण के तहत कृषि यंत्र खरीदने पर अनुदान की राशि दे रही है। किसान अपनी आवश्यकता के अनुसार कृषि यंत्र खरीदकर इसका लाभ उठाएं। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में किसी भी कृषि यंत्र खरीदने पर पिछड़ी जाति को भी अनुसूचित जाति के समतुल्य अनुदान दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि किसान अपने खेतों में पराली नहीं जलाएं। पराली जलाने से प्रदूषण बढ़ती है। डीएम ने कहा कि पराली जमा करने के लिए यंत्र का खरीद करें। इसपर 80 फीसद अनुदान की राशि दी जाएगी। मेला में कृषि विज्ञान केंद्र लोदीपुर के वैज्ञानिक सुरेंद्र चौरसिया, सीएन चौधरी एवं निशांत कुमार ने कहा कि किसान अपने खेतों में उन्नत बीज का प्रयोग करें। उन्नत बीज का प्रयोग करने से उत्पादन अधिक होगा। इस दौरान वैज्ञानिकों ने कृषि यंत्र के रखरखाव तथा संचालन के अलावा फसल में लगने वाले रोग से बचाव के संबंध में जनकारी दी। मेले में 18 काउंटर लगाए गए थे। सभी काउंटर पर किसान अपनी आवश्यकता के अनुसार कृषि यंत्र की खरीद के लिए कृषि यंत्र देख रहे थे। इस मौके पर सहायक निदेशक पौधा संरक्षक राजीव रजक, कृषि समन्वयक उपस्थित थे ।इसके अलावा प्रत्येक प्रखंड स्तर पर किसानों की जानकारी के लिए कृषि समन्वयकों का अलग-अलग काउंटर बनाया गया था।
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Posted By: Jagran
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