क्षेत्रीय बायो मेडिकल इंजीनियर ने खराब पड़े उपकरणों की ली जानकारी
संवाद सहयोगी, लखीसराय : क्षेत्रीय बायो मेडिकल इंजीनियर दीपक कुमार ने गुरुवार को सदर अस्पताल पहुंचकर एसएनसीयू, सदर अस्पताल के आपरेशन थिएटर, प्रसव कक्ष एवं इमरजेंसी में जाकर वहां उपलब्ध मशीन एवं उपकरण की जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने वार्डवार खराब पड़े उपकरणों की सूची तैयार की। उन्होंने एसएनसीयू के पाइप लाइन आक्सीजन की व्यवस्था को बदहाल पाया। पाइप लाइन के लिकेज रहने के कारण एसएनसीयू के पीछे लगाए गए 140-140 लीटर के दो आक्सीजन सिलेंडर का आक्सीजन बर्बाद हो रहा था। एक आक्सीजन सिलेंडर में चार नवजात को 48 घंटे तक आक्सीजन देने की क्षमता है। परंतु नवजात को पाइप लाइन से आक्सीजन नहीं मिल पाता था। इस दौरान क्षेत्रीय बायो मेडिकल इंजिनियर ने सदर अस्पताल के प्रबंधक नंद किशोर भारती के माध्यम से स्थानीय कारीगर बुलाकर एक आक्सीजन गैस सिलेंडर के पाइप लाइन की मरम्मती कराया। जबकि एक आक्सीजन गैस सिलेंडर के पाइप लाइन में अधिक लकेज रहने के कारण मरम्मत नहीं हो सका। एसएनसीयू में दो रेडिएंट वार्मर, दो आक्सीजन कंसलटेटर, एक पल्स आक्सीमीटर आदि उपकरण खराब पाया गया। जबकि आपरेशन थिएटर में एक ओटी लाइट, पांच आटो क्लेब, तीन ब्वायलर, आदि खराब पाया गया। उन्होंने खराब उपकरणों की सूची तैयार कर उसकी मरम्मती पर खर्च होने वाली राशि की व्यवस्था करने को लेकर सिविल सर्जन से मुलाकात की। सिविल सर्जन डॉ. सुरेश शरण ने कहा कि खराब पड़े उपकरण की मरम्मती का भुगतान आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना की राशि से की जाएगी।
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Posted By: Jagran
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