नवादा। मुख्यमंत्री नल-जल योजना के तहत रजौली प्रखंड के अमावां गांव में किए जा रहे बोरिग कार्य को रविवार को ग्रामीणों ने जबरन रोक दिया। सूचना मिलने के बाद संवेदक धनंजय कुमार व अमावां पश्चिमी की मुखिया प्रतिनिधि सुबोध सिंह ने ग्रामीणों को समझाने की काफी कोशिश की। लेकिन ग्रामीणों ने उनकी एक न सुनी। ग्रामीणों ने संवेदक व मुखिया प्रतिनिधि के साथ भी मारपीट कर दी। साथ ही बोरिग के कार्य को जबरन बंद करा एक लाख लाख रुपये रंगदारी की मांग की।
घटना के बावत संवेदक ने थाने में आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की। साथ ही मुख्यमंत्री नल-जल योजना के तहत पाइप बिछाने के चल रहे कार्य में सहयोग करने की मांग की। थाने को दिए आवेदन में अमावां निवासी सेठ मेहता, महेंद्र मेहता, रौशन कुमार, नवलेश मेहता, मुकेश मेहता, रामपुकार मेहता, चन्दर मेहता व सुजीत सिंह पर काम को जबरन रुकवाकर एक लाख रुपये की रंगदारी मांगने का आरोप लगाया गया है। रंगदारी नहीं देने पर जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया गया है।
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दूसरी ओर अमावां पश्चिमी पंचायत की वार्ड नंबर 13 की वार्ड सदस्य राधा देवी ने हर घर नल का जल पहुंचाने के लिए पाइप बिछाने के काम में अड़ंगा डालने की शिकायत थाने में की है। महेंद्र मेहता,सेठ मेहता,नवलेश मेहता,रौशन कुमार,राजेश मेहता,मुकेश मेहता व मनजीत कुमार पर काम में व्यवधान पहुंचाने तथा गाली गलौज और अभद्र व्यवहार करने की शिकायत की है। थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर सुजय विद्यार्थी ने बताया कि मामले की जांच कर उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
Posted By: Jagran
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