संवाद सहयोगी, लखीसराय। सदर अस्पताल के दवा काउंटर, टीकाकरण केंद्र एवं पावर सप्लाई कंट्रोल रूम के बीच बरामदा पर विद्युत वायरिंग में गुरुवार की दोपहर आग लग गई।
देखते-ही-देखते आग ने आक्सीजन पाइप लाइन में पकड़ ली। आक्सीजन पाइप लाइन में आग के पकड़ते ही विस्फोट होने लगा। पांच मिनट के भीतर आक्सीजन में 20 से 25 विस्फोट हुआ।
विस्फोट होने एवं पूरे अस्पताल में धुआं फैल जाने से अस्पताल में मौजूद मरीजों एवं उनके स्वजन में अफरा-तफरी मच गई। जान बचाने के लिए लोग अस्पताल से भागने लगे।
संयोग ही कहा जाए कि सुबह से आक्सीजन प्लांट के चालू नहीं किए जाने के कारण पाइप लाइन में उपलब्ध आक्सीजन के समाप्त होने के बाद आग थम गई।
आक्सीजन प्लांट में आक्सीजन के रहने पर पाइप लाइन के सहारे आग के आक्सीजन प्लांट तक पहुंचने पर भारी तबाही संभव थी। संयोग ही कहा जाए कि सदर अस्पताल में बड़ी घटना होने से बच गई।
आक्सीजन में विस्फोट बंद होने के बाद सदर अस्पताल प्रशासन ने निजी टेक्नीशियन को बुलाकर विद्युत आपूर्ति बंद कराया। शाम चार बजे तक सदर अस्पताल में विद्युत आपूर्ति बंद रही।
इसकी सूचना मिलते ही सिविल सर्जन डा. बीपी सिन्हा भी सदर अस्पताल पहुंचकर विद्युत वायरिंग एवं आक्सीजन पाइप लाइन को जल्दी दुरूस्त कराने का निर्देश सदर अस्पताल के प्रबंधक नंद किशोर भारती को दिया है।