पटेढ़ी बेलसर (वैशाली), संवाद सूत्र: जन सुराज पदयात्रा के 199 वें दिन की शुरुआत प्रशांत किशोर ने पटेढ़ी बेलसर में कहा कि वो पुलिस राज के पक्ष में नहीं है।
उन्होंने कहा, ''मैं रूल ऑफ लॉ फॉलो करने में विश्वास रखता हूं''। इसके पहले प्रखंड के चकगुलामुद्दीन पंचायत स्थित पदयात्रा शिविर सैकड़ों पदयात्रियों के साथ प्रशांत पदयात्रा के लिए निकले।
पदयात्रा जारंग रामपुर, मझौली, रीखर, पुरनटांड, प्रतापटांड पश्चिम होते हुए लालपुरा प्रखंड के पुरैनिया पंचायत स्थित गांधी मैदान में रात्रि विश्राम के लिए पहुंची।
दिनभर की पदयात्रा के दौरान प्रशांत किशोर ने 2 आमसभाओं को संबोधित किया और 7 पंचायत के 9 गांवों से गुजरते हुए 13.9 किलोमीटर की पदयात्रा तय की।
मीडिया संवाद के दौरान प्रशांत किशोर ने माफिया अतीक अहमद से जुड़े सवाल के जवाब में कहा, ''मैं उन लोगों में से हूं जो रूल ऑफ लॉ फॉलो करने में विश्वास करता हूं। किसी का एनकाउंटर करना, जो कानून के खिलाफ है या न्यायसंगत नहीं है, मैं उसके पक्ष में नहीं हूं। मैं पुलिस राज के पक्ष में नहीं हूं।''
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हमलोगों की ताकत लोकतंत्र है, संविधान संगत जो व्यवस्था बनाई गई है, उन कमियों को सुधारने के लिए हम संविधान को ही बदल दें, यह ठीक नहीं है।
संविधान में जो व्यवस्था है उसमें कुछ कमी हो सकती है, मगर उन कमियों को सुधारने की जगह संविधान के प्रावधानों को ही बदल दें। यह किसी भी सूरत में सही नहीं है।
प्रशांत किशोर ने आरोप लगाते हुए कहा कि 2014 के नीतीश कुमार और आज के नीतीश कुमार में प्रशासक, नेता और व्यक्ति के तौर पर जमीन आसमान का फर्क है।
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2014 में नीतीश कुमार ने प्रशासक के तौर पर 2005 से 2012 में काम किया था। आज के जो नीतीश कुमार हैं वो अपनी विश्वसनीयता खत्म कर चुके हैं।