डीजल अनुदान के लिए तीन हजार किसानों के आवेदन सत्यापन के लिए पंचायत स्तर पर लटका
बेतिया। मानसून की बेरुखी की वजह से सूखे से घिरे किसानों को डीजल अनुदान की घोषणा सरकार की ओर से की गई है। हालात से निपटने के लिए सरकार का यह फैसला किसानों को काफी राहत देने वाला है। लेकिन, धरातल पर हालत कुछ इतर है। किसानों के अर्जी के सत्यापन में अनावश्यक विलंब किया जा रहा है। किसान सलाहकार एवं कृषि समन्वयक योजना का लाभ दिलाने के लिए किसानों को टहला रहे हैं। किसानों का आवेदन रिजेक्ट भी कर दिया गया है। इस वजह से किसानों में आक्रोश है। अगर विभागीय आंकड़ों पर गौर किया जाए, तो डीजल अनुदान के लिए अब तक 07 हजार 171 किसानों ने आवेदन दिया है। जिसमें 02 हजार 21 किसानों को 29 लाख 62 हजार रुपये अनुदान की राशि का भुगतान कर दिया गया है। जबकि, 03 हजार 145 आवेदन पंचायत स्तर पर सत्यापन के लिए लटका हुआ है। वही 2005 आवेदन आवश्यक कागजातों के अभाव में निरस्त किया गया है। जिला कृषि पदाधिकारी विजय प्रकाश ने बताया कि धान की फसल को लेकर डीजल अनुदान की राशि दी जा रही है। इस योजना का लाभ लेकर किसान तीन पटवन के लिए कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि 75 रुपये प्रति लीटर के हिसाब से किसानों को डीजल अनुदान की राशि दी जाती है। पटवन के लिए विभाग की ओर से अधिकतम सीमा 08 एकड़ तक निर्धारित की गई है। डीजल अनुदान का लाभ बटाईदार किसान भी उठा सकते हैं। ------------ डीजल अनुदान के लिए आवेदन की प्रक्रिया * किसान आवेदन में अपना नाम और पिता या पति का नाम अवश्य डालें। * डीजल रसीद कंप्यूटराइज्ड, रसीद पर पंजीकरण संख्या के अंतिम का 10 अंक, जरूरी। -- रसीद पर किसान का हस्ताक्षर या अंगूठा का निशान अनिवार्य। ---रसीद 29 जुलाई से 30 अक्टूबर तक का हीं मान्य होगा। * किसान आवेदन में आधार से जुड़े बैंक विवरणी ही डालना चाहिए। * आवेदन में कृषक को तीन प्रकार (स्वयं, बटाईदार, स्वयं बटाईदार) से बांटा गया है। किसान किसी एक प्रकार के लिए ही आवेदन कर सकेंगे। * स्वयं की स्थिति में किसान थाना नंबर, खाता नंबर, खेसरा नंबर, कुल सिंचित रकबा और अगल-बगल के किसानों के दो नाम प्रविष्टि करना होगा। साथ डीजल पावती अपलोड भी करना जरूरी है। * बटाईदारी की स्थिति में किसान खेसरा नंबर, कुल सिंचित रकबा और अगल-बगल के किसानों के दो नाम और उनके द्वारा सत्यापित दस्तावेज तथा डीजल पावती अपलोड करना होगा। ------------------- किसानों ने रखी अपनी समस्या पांच एकड़ डीजल अनुदान के लिए लिए आवेदन किया था। लेकिन, मात्र 02 एकड़ भूमि के पटवन के लिए ही अनुदान का भुगतान किया है। अनुदान देने में नीचे से ऊपर तक के कर्मचारी मनमानी कर रहे हैं। मैनुद्दीन मंसूरी उर्फ गुड्डू, किसान -------- डीजल अनुदान तो मिली है, लेकिन बहुत कम। पटवन में सात हजार से ज्यादा राशि लगी है। लेकिन, मात्र 02 हजार 25 रुपये ही मिला है। सरकार का यह नियम ठीक नहीं है। कमरुद्दीन अंसारी, किसान ------------ डीजल अनुदान के लिए आवेदन करने का समय लगभग 20 दिन से ऊपर हो गया है। लेकिन, अब तक अनुदान नहीं मिला है। अनुदान लेने में काफी परेशानी हो रही है। बलेगु रहमान, किसान ------------- डीजल अनुदान के लिए कार्यालयों का चक्कर लगाना पड़ रहा है। जबकि, आवेदन की सारी प्रक्रिया पूरा किए लगभग 15 दिन हो गया है। अभी तक आवेदन का सत्यापन किया जा रहा है। सत्यापन के बाद ही अनुदान मिलेगा। धनंजय सिंह, किसान
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