सावन की पूर्णिमा को मां काली की हुई धूमधाम से हुई पूजा
कैमूर: जिले के अधिसंख्य गांवों में गुरुवार को मां काली की पूजा की गई। भभुआ नगर में भी मां काली की पूजा की गई। इस दौरान भभुआ नगर का भ्रमण कर सभी देवी-देवताओं की पूजा अर्चना की गई। कुदरा प्रखंड मुख्यालय समेत विभिन्न गांवों के काली मंदिरों में देवी मां की सामूहिक सावनी पूजा की गई। इसको लेकर मंदिर परिसरों में श्रद्धालुओं की काफी भीड़ देखी गई। काली मंदिरों में देवी मां का श्रृंगार किया गया और उनका सामूहिक पूजन किया गया, जिसके बाद प्रसाद वितरण किया गया। इस दौरान मंदिर परिसर महिलाओं द्वारा गाए गए देवी गीतों से गुंजायमान रहे। चैनपुर प्रखंड क्षेत्र के सभी पंचायतों में मां काली की वार्षिक पूजा स्थानीय ग्रामीणों के द्वारा धूमधाम से की गई। दर्शनीया के द्वारा पूरे गांव की पांच बार परिक्रमा की गई। परिक्रमा के दौरान गांव के कई ग्रामीण मां काली का ध्वजा लेकर पीछे पीछे दौड़ते हुए परिक्रमा को पूर्ण किए। जिसके उपरांत शाम के पहर मां काली की पूजा आराधना प्रारंभ हुई। दर्शनीया सुरेंद्र यादव ने बताया कि मां काली की पूजा के बाद ग्रामीणों के बीच प्रसाद का वितरण किया गया।
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रामपुर प्रखंड में भी सभी गांवों में मां काली की पूजा हुई। प्रखंड के अकोढ़ी गांव स्थित मां काली का वार्षिक पूजनोत्सव धूमधाम के साथ संपन्न हुआ। मां काली की वार्षिक पूजा में महिलाओं ने अपने-अपने घरों में पकवान बना कर उसका प्रसाद चढ़ाया। पंडितों द्वारा वैदिक मंत्रोंच्चार के साथ मां काली की पूजा की गई। दर्शनीया व गांव के ग्रामीणों द्वारा पूरे गांव को ध्वज के साथ भ्रमण किया गया। इस दौरान गांव के लोग बैंड बाजा के साथ भ्रमण कर रहे थे। इसके बाद काली मंदिर प्रांगण में विभिन्न देवी देवताओं को खौलते हुए दूध को चढ़ाया गया। मंदिर के पुजारी लाल बिहारी सिंह के नेतृत्व में पूजा हुई। इस दौरान राम प्रवेश साह, सिंगाशन दीक्षित, फूलन दीक्षित, प्रविन्द दीक्षित, रामभवन दीक्षित, बालरूप पासवान, विनोद दुबे सहित सभी ग्रामीण मौजूद रहे।