बगहा। अनुमंडल क्षेत्र के विभिन्न स्थानों से अवैध बालू खनन होने से कटाव का खतरा बढ़ जा रहा है। सीमावर्ती गांवों के लिए सुरक्षा कवच बने बांध भी असुरक्षित होते जा रहे हैं। कई जगहों पर नदी की धारा मुड़ने की आशंका प्रबल होती जा रही है।
पिपरा पिपरासी तटबंध के 1.7 किमी के सामने उत्तर प्रदेश कटाई भरपुरवा के सामने बालू खनन करीब तीन माह पहले किया जा रहा था। जिसको लेकर नदी की धारा परिवर्तित होने के बाद बांध टूटने का खतरा मंडरा रहा था। बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल संख्या दो के कार्यपालक अभियंता सुनील कुमार ने बिहार और यूपी प्रांत के डीएम को पत्र भेजा।
बांध का निरीक्षण करने पहुंचे बगहा एसडीएम दीपक मिश्रा ने यूपी सीमा में बालू खनन होते देखा। यहां नदी की धारा परिवर्तित होकर बांध में टकरा रही थी। एसडीएम की रिपोर्ट के बाद यहां बालू खनन बंद हुआ। ये वही जगह है जहां 13 जुलाई 1998 को तटबंध टूट चुका था। बिहार-यूपी के दर्जनों गांव में बाढ़ का पानी घुसने से भारी तबाही मची थी। बिहार का बांध टूटने के दो दिन बाद उत्तर प्रदेश के अरनहवा के सामने तटबंध टूटा गया। रामनगर के मसान नदी में भी अवैध खनन होता है। जिसके कारण कटाव का खतरा हमेशा मंडराता है। पिपरासी के श्रीपत नगर में भी अवैध बालू खनन होने से यहां भी बाढ़ की संभावना बनी रहती है। हालांकि वन विभाग के द्वारा रोक लगाने के बाद यहां बालू की निविदा बंद हो चुकी है। फिर भी अवैध खनन जारी है। हरनाटांड़ की छोटी नदियों में खनन के चलते धारा परिवर्तित हो चुकी है। यहां भी वन विभाग के द्वारा आपत्ति करने के बाद निविदा सरकार के द्वारा करीब एक साल से बंद कर दिया गया है। सरकारी कार्यों का हवाला देकर जनप्रतिनिधि करा रहे खनन
गंडक नदी के विभिन्न क्षेत्रों से चोरी-छिपे बालू खनन किया जा रहा है। सरकारी निर्माण कार्य का हवाला देकर भी अवैध खनन कुछ एक जनप्रतिनिधियों के द्वारा कराया जा रहा है। जबकि गंडक नदी के दियारे का बालू सरकारी कार्य में इस्तेमाल नहीं करना है। बावजूद दियारे के बालू से सभी तरह का निर्माण धड़ल्ले से किया जा रहा है। प्रशासन का दावा है कि अवैध खनन पर रोक लगाई गई है। सवाल उठता है कि अवैध खनन पर अगर रोक लगी है। तो फिर यह बालू कहां से आ गए। जबकि पिपरा पिपरासी तटबंध के एक किलोमीटर के दायरे में खनन नहीं करना है । अवैध बालू खनन करने वालों के विरुद्ध लगातार छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है। किसी भी क्षेत्र से खनन नहीं हो रहा है। चोरी-छिपे खनन करने वालों पर भी नजर रखी जा रही है। रात को भी पुलिस के साथ छापेमारी हो रही है। लोगों की सूचना पर तुरंत पुलिस पहुंचती है।
- अशोक कुमार चौधरी, मुख्यालय डीएसपी सह प्रभारी एसपी बगहा।