संवाद सूत्र, प्रतापगंज (सुपौल) : भारतीय संविधान में भारत के नागरिकों के लिए एकल नागरिकता का प्राविधान है। भारत के साथ किसी अन्य देश का नागरिक नहीं हो सकता। बावजूद इसके भारत के साथ-साथ नेपाल देश की दोहरी नागरिकता लेकर भारतीय सभी योजनाओं का लाभ लेते रहने, योजनाओं की राशि का नेपाल में उपयोग किए जाने का सनसनीखेज मामला प्रखंड की श्रीपुर पंचायत स्थित वार्ड नंबर नौ में प्रकाश में आया है। यहां नित्यानंद झा उर्फ बाबाजी अपनी पत्नी व छोटे पुत्र की नेपाली नागरिकता रहने के बावजूद भारतीय योजनाओं का लाभ ले रहे हैं। यह परिवार नेपाल की नागरिकता 2007 में ही ग्रहण कर चुका है। इसके बाद जनप्रतिनिधियों व सरकारी सेवकों की मिलीभगत से योजनाओं का लाभ ले रहे हैं। इस मामले का पर्दाफाश नित्यानंद झा के बड़े पुत्र संतोष झा ने किया है।
पुत्र ने अपने पिता, माता व छोटे भाई के इस काले कारनामे को उजागर कर जिलाधिकारी, अनुमंडल पदाधिकारी सहित प्रखंड विकास पदाधिकारी को आवेदन देते हुए जांच कर कार्रवाई की गुहार लगाई है। पदाधिकारी को दिए आवेदन में नेपाली नागरिकता के प्रमाण, पिता द्वारा उक्त पंचायत से इंदिरा आवास की राशि का वर्ष 2011 में उठाव कर नेपाल में घर बनाने, सामाजिक सुरक्षा पेंशन का उठाव माता-पिता द्वारा करते रहने, किसान सम्मान निधि का लाभ पिता व भाई के द्वारा लेते रहने, राशन कार्ड, आधार कार्ड, अद्यतन मतदाता सूची में नाम आदि के सारे प्रमाण पत्र भी उपलब्ध कराया गया है। छोटे भाई राज कुमार झा पर दिल्ली में पास्को एक्ट के तहत चल रहे मुकदमे का भी जिक्र आवेदन में किया गया है। इस मामले की जानकारी अधिकारियों को दिए जाने से भड़के पिता व भाई द्वारा धमकी दिए जाने पर आवेदक ने अपनी पत्नी सहित बच्चों के जानमाल की सुरक्षा की गुहार भी लगाई है।
इस संबंध में प्रखंड विकास पदाधिकारी श्रीराम पासवान ने कहा कि उन्हें भी आवेदन दिया गया है। जांच की जा रही है। वरीय पदाधिकारी से भी मार्गदर्शन की मांग की गई है। जैसा निर्देश प्राप्त होगा, कार्रवाई की जाएगी।