संवाद सूत्र,राघोपुर (सुपौल): प्रखंड के देवीपुर पंचायत के कुपहा गांव में दो वर्ष से धरातल से गायब विद्यालय की खबर दैनिक जागरण में छपने के बाद विद्यालय की सुध लेने कोई अधिकारी तो कुपहा नहीं पहुंचे पर खबर यह है कि विद्यालय प्रधान की नींद जरूर खुल गई।अखबार में दो वर्षों से स्कूल बंद की खबर छपने की सूचना पाते ही मंगलवार की सुबह विद्यालय प्रधान ने कुपहा पहुंचकर कुछ अभिभावकों से मुलाकात की और बच्चों को स्कूल भेजने की अपील की।
ज्ञातव्य हो कि देवीपुर पंचायत के नवसृजित प्राथमिक विद्यालय कुपहा दक्षिण पिछले दो वर्षों से धरातल के बदले कागज में ही संचालित हो रहा है। दैनिक जागरण ने इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया। बावजूद विभाग की नींद नहीं खुली। हालांकि खबर के छपते ही स्कूल प्रधान की तंद्रा जरूर टूट गई है। स्थानीय लोगों ने बताया कि विद्यालय प्रधान पहले गांव के कुछ अभिभावकों से मिलकर बच्चों को विद्यालय भेजने की अपील की और उसके बाद विद्यालय पहुंची। बताया कि विद्यालय मर्ज होने के समय वर्ष 2018 में ही विद्यालय के सभी कागजात मध्याह्न भोजन बनाने के सभी बर्तन आदि समान इस विद्यालय के एक कमरे में लाकर रखे गए थे तभी से विद्यालय का सारा सामान यहीं है। वहीं मध्य विद्यालय के प्रधानाध्यापक शंभू कुमार चौधरी ने कहा कि उस समय नवसृजित विद्यालय प्रधान के द्वारा कुछ सामान एक कमरे में ताला लगाकर रखा गया था । लेकिन इसका प्रभार मुझे नहीं मिला था। तभी से उस कमरे की चाभी भी उन्हीं के जिम्मे है। जब कभी वह यहां आती है तो कमरा खोलकर उसमें बैठती है और फिर चली जाती है। उक्त विद्यालय के संदर्भ में मुझे और कोई जानकारी नहीं है।
लोगों ने बताया कि मर्ज से पहले विद्यालय के नामांकित बच्चे को मध्याह्न भोजन का खद्यान्न सहित राशि भी उपलब्ध होती थी। बड़ी संख्या में बच्चे भी यहां आते थे। लेकिन पिछले दो वर्षों से विद्यालय कहां है, कौन चलाता है, मध्याह्न भोजन सहित अन्य राशि मिलती है या नहीं, किसी को कुछ पता नहीं है। लोगो ने दो वर्षों से बंद पड़े इस विद्यालय की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।