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संवाद सूत्र, त्रिवेणीगंज(सुपौल): थाना क्षेत्र के महेशुआ पंचायत के गजहर वार्ड 2 में सोमवार की अल सुबह एक ट्रक भाई - बहन की जिदगी पर काल बनकर टूटा। रंजना देवी को क्या पता था कि एक ट्रक उनके परिवार के लिए काल बनकर आएगा और उनकी 7 वर्षीय पुत्री सरस्वती कुमारी और 5 वर्षीय पुत्र श्रवण कुमार को छीन लेगी। साथ ही उन्हें खुद भी एक मासूम बच्चे के साथ इलाज के लिए एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल का चक्कर काटना पड़ेगा। फिलहाल रंजना देवी और उनके 3 वर्षीय पुत्र लक्ष्मण कुमार सदर अस्पताल से रेफर के उपरांत दरभंगा डीएमसीएच में जिदगी की जंग लउ़ रहे हैं। भाई-बहन की मौत के बाद गजहर गांव में मातमी सन्नाटा पसर गया है। साथ ही स्वजनों का रोते-बिलखते बुरा हाल है। घटना को लेकर मृतक बच्चों की दादी गायत्री देवी, दादा विशेश्वर राम , फुआ आरती देवी सहित परिवार के अन्य सदस्य दो मौत की घटना से बेसुध हैं और भगवान को कोस रहे हैं। वहीं आस पड़ोस की महिला उन्हें ढ़ाढ़स देने में जुटी थी। ग्रामीणों ने बताया कि ट्रक पलटने से पंद्रह मिनट पहले रंजना देवी अपने सभी बच्चों को शौच कराने के लिए बाहर ले गई। फिर बच्चों को शौच कराने के बाद सभी बच्चों के साथ सो गई। ग्रामीणों की मानें तो ट्रक चालक को झपकी आने से ये घटना घटी है। बताया जाता है कि मृतक बच्चों के पिता अनिल राम पिछले 15 सालों से दिल्ली में मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण करते हैं। वे फिलहाल दिल्ली में हैं और घटना की सूचना पर घर लौट रहे हैं। इस तरह की घटना को लेकर गांव का माहौल गमगीन है।