संसू, रानीगंज (अररिया): रानीगंज प्रखंड क्षेत्र की भोड़हा पंचायत के ठेकपुरा संतमत सत्संग मंदिर में एक दिवसीय सन्तमत सत्संग का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि सन्तमत के आचार्य स्वामी ओमानन्द जी महाराज ने कहा कि प्रतिदिन सत्संग व ध्यान करने से लोगों के बिगड़े हुए काम भी बन जाते हैं। सत्संग में लोगों को संत महात्माओं की वाणी को ध्यान से सुनकर उसपर अमल करना चाहिए। सत्संग सुनने से ही ध्यान करने में मन लगेगा। मन लगाकर ध्यान करने से ही हमें चौरासी के चक्कर से मुक्ति मिल सकती है। चौरासी लाख योनियों में जीवात्मा परिवर्तित होता रहता है। जिस जीव की मृत्यु होती है उसका शरीर ही मरता है लेकिन आत्मा नहीं मरता है। वही आत्मा कर्म के अनुसार दूसरे जीव में चली जाती है। इसीलिए इस आवागमन के चक्कर से मुक्ति के लिए एक मात्र उपाय है सत्संग व ध्यान। संतमत के सिद्धांत में है कि पांच पापों का त्याग करने से ही ध्यान में मन अच्छी तरह से लगेगा। झूठ, चोरी, नशा, हिसा व व्यभिचार को त्यागना अत्यंत आवश्यक है। संतमत सत्संग के सफल आयोजन कराने में ठेकपुरा के समस्त ग्रामीणों ने भरपूर सहयोग देकर सफल बनाया। मौके पर अमर कुमार, सुबोध कुमार, सहित सैकड़ों लोग मौजूद थे।