जिले में 26 हजार एमटी गेहूं खरीदारी का तय किया गया लक्ष्य

जागरण संवाददाता, सुपौल: 20 अप्रैल से 31 मई तक किसानों से गेहूं खरीदारी को लेकर सरकार ने जिले को लक्ष्य निर्धारित कर दिया है। इस वर्ष जिले में 26 हजार एमटी गेहूं की खरीदारी सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम समर्थन मूल्य पर की जाएगी। निर्धारित समय के अंदर लक्ष्य की प्राप्ति को लेकर जिला सहकारिता विभाग ने तैयारी तेज कर दी है। तैयारी के मद्देनजर विभाग जहां समितियों का चयन कर उन्हें कैश क्रेडिट देने की प्रक्रिया में जुट गई है वहीं सरकारी दरों पर गेहूं बेचने के इच्छुक किसानों के निबंधन की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। विभाग का दावा है कि जिले में हर हाल में 20 अप्रैल से गेहूं की खरीदारी शुरू कर दी जाएगी तथा निर्धारित समय के अंदर लक्ष्य को प्राप्त कर लिया जाएगा। सरकार ने इस बार गेहूं के समर्थन मूल्य में 40 रुपये का इजाफा किया है। इससे पूर्व जहां समर्थन मूल्य 1975 रु प्रति क्विटल घोषित था वहीं इस बार 2015 रुपये की दर से किसानों से गेहूं की खरीदारी की जाएगी।


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116 समितियों का तैयार हुआ प्रस्ताव
किसानों को समर्थन मूल्य का लाभ मिले इसके लिए विभाग ने प्रथम फेज में 116 समितियों का प्रस्ताव तैयार किया है। जिसमें पैक्स और व्यापार मंडल शामिल हैं । किसान इन दोनों के माध्यम से गेहूं बेच सकते हैं। जिला सहकारिता पदाधिकारी अरविद कुमार पासवान ने बताया कि चिन्हित किए गए सभी समितियों को 290 क्विटल गेहूं के मूल्य का सीसी कराया जाएगा। निर्धारित चक्र के अनुसार खरीदारी की प्रक्रिया अपनाई जाएगी। निबंधित किसानों से ही गेहूं की खरीद की जाएगी। हालांकि किसानों को यह छूट रहेगी कि वह पैक्स और व्यापार मंडल दोनों में जहां बेचना चाहेंगे बेच सकते हैं ।
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14त्‍‌न नमी वाले गेहूं की ही होगी खरीदारी
गेहूं खरीदारी को लेकर विभाग ने जो निर्देश जारी किए हैं उनके मुताबिक 14त्‍‌न नमी वाले गेहूं की ही खरीदारी की जाएगी। इससे अधिक नमी वाली गेहूं खरीद नहीं की जाएगी। धान की तर्ज पर ही गेहूं की खरीदारी रैयत और गैर रैयत दोनों प्रकार के किसानों से की जाएगी। रैयत किसान जहां अधिकतम 150 क्विटल तो गैर रैयत किसान 50 क्विटल तक बेच सकते हैं।
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48 घंटे के अंदर खाते में चली जाएगी राशि
सरकार ने इस बार गेहूं के समर्थन मूल्य में 40 रुपये की वृद्धि की है। जहां 20 21 -22 में समर्थन मूल्य 1975 रुपए प्रति क्विटल घोषित था वहीं इस बार 2015 रुपये में किसानों से गेहूं की खरीद की जाएगी। हालांकि गेहूं का बाजार मूल्य फिलहाल दो हजार के करीब है। ऐसे में किसानों के बीच असमंजस की स्थिति बनी हुई है । कई किसानों ने बताया कि सरकार की ओर से तय की गई राशि कम है। खुले बाजार में बेचना फायदेमंद है। जिला सहकारिता पदाधिकारी ने बताया कि किसानों के बैंक खाते में खरीद की धनराशि का सीधे भुगतान किया जाएगा। डीसीओ ने कहा कि 48 घंटे के अंदर उनके खाते में राशि भेज दी जाएगी। किसानों में किसी भी तरह का भ्रम नहीं रहना चाहिए।

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