संसू, जोगबनी (अररिया): नेपाल राष्ट्र बैंक द्वारा सभी बैंकों के साथ हुई बैठक के बाद करीब तीन सौ से अधिक वस्तुओं के आयात पर कड़ाई की गई है। नेपाल राष्ट्र बैंक द्वारा गाड़ी, सोना के अलावा दैनिक उपभोग में काम आने वाले वस्तुओं के आयात रोकने के लिये सभी बैंकों को प्रतिपत्र ( जिसे लैटर आफ क्रेडिट (एलसी) के नाम से जाना जाता है) नहीं खोलने का निर्देश दिया है।राष्ट्र बैंक के डिप्टी गवर्नर बमबहादुर मिश्र ने प्रमुख बीस सूची में आने वाले वस्तुओं के आयात में कड़ाई करने की जानकारी दी है। वही राष्ट्र बैंक के प्रमुख कार्यकारी अधिकृत लोगों से कुछ समय के लिये करीब तीन सौ वस्तुओं के एलसी नही खोलने का निर्देश दिया है। शुरुआत में राष्ट्र बैंक के सुपर्यवेक्षण विभाग प्रमुख देवकुमार ढकाल ने गाड़ी, मोटरसाइकिल, सोना सहित विलासिता के वस्तुओं तथा अन्य का एलसी नही खोलने के लिये निर्देश दिये थे। वहीं राष्ट्र बैंक से लौटने के बाद सभी बैंकों ने मंगलवार को अपनी सभी शाखाओं में एलसी जारी नहीं करने को ले सर्कुलर जारी कर दिया है। बैंक द्वारा किस कारणवश एलसी जारी नही किया जायेगा इसको लेकर इम्पोर्टर को कोई जानकारी नहीं दी गई है। कुछ बैंक द्वारा मार्जिन लगने वाले वस्तुओं पर एलसी नही खोलने के लिये कहा गया है।वही कुछ बैंकों द्वारा किसी भी प्रकार की एलसी नही खोलने का निर्देश दिया गया है। -- किन किन वस्तुओं के आयात पर लगाई गई रोक:- बैंकों द्वारा चीनी, चॉकलेट, मिनरल वाटर, परफ्यूम, मदिरा, विनेगर, सिगरेट, तम्बाकू निर्मित वस्तुएं, कास्मेटिक सामान, लकड़ी से निर्मित सामान, जूता- चप्पल, छाता, मार्बल, सीमेंट, प्लास्ट व सेरामिक के सामानों के आयात के लिये एलसी नही खुलेंगे। वही इसके अतिरिक्त बैंकों द्वारा मेकअप के सामान, हेयर क्रीम, शैम्पू, लकड़ी, कोयला, फर्नीचर, बूट, चप्पल, छाता, दांत में लगने वाले तार, कपड़े बुनने वाले कुरूस, छाता, फेदर के सामान की एलसी नही खोलने का निर्देश दिया गया है। इसके अतिरिक्त सजावट की सामग्री, सीमेंट, बोतल, जार, चांदी, फर्नीचर से संबंधित वस्तुओं, खिलौना, खेलकूद की सामग्री की आयात अब नहीं होगी. वही मछली, दूध से बने प्रदार्थ, अंडा, सब्जी, मटर, चना, भटमास, सुपारी, केला, चिप्स, माचिस, मांस, आप्टिकल, मेडिकल तथा सर्जिकल इक्विपमेंट की भी बैंक द्वारा एलसी नही खोली जाएगी। वही बैंक द्वारा कॉफी, चाय, कैटल फीड, बॉडी लोशन, डिटर्जेंट पाउडर, साबुन, प्लास्टिक तथा प्लास्टिक की सामग्री, कार्पेट तथा फ्लोर में लगने वाली अन्य सामग्री, कपड़ा, मोती, बहुमूल्य पत्थर, बहुमूल्य धातु, घड़ी, चादर, कुसन एंटीक सामानों की भी एलसी नही खोली जाएगी। वही डिजाइन गाड़ी, मोपेड, साइकल, गाड़ी में लगने वाले पार्ट्स, मशेनरी, धान, चावल, सोना, रेडीमेड कपड़ा, बिधुतीय उपकरण जैसी वस्तुओं के आयात के लिये भी एलसी नही खोलने की बात कही गई है। राष्ट्रबैंक में हुई बैठक में बैंक के अधिकारियों ने श्रीलंका के आर्थिक स्थिति से सबक ना लेने पर नेपाल की स्थिति में श्रीलंका जैसी ना हो जाए इसके लेकर चिता व्यक्त की है। वहीं डिप्टी गवर्नर मिश्र ने कहा की हाल के दिनों में अर्थव्यवस्था में कुछ समस्या देखी गई है। अभी कोई बहुत बड़ी समस्या नहीं है लेकिन सावधानी बरतने का समय आ गया है।उन्होंने कहा की जबतक समस्या में सुधार ना हो जाए तबतक के लिये आयात में कड़ाई की जा रही है।