संसू, सिकटी (अररिया): चैतीय नवरात्र के अवसर पर सिकटी के बेलबाड़ी चंडी मंदिर मे सोमवार को नवरात्र के तीसरे दिन देवी के चंद्रघंटा स्वरूप की पूजा अर्चना की गई। प्रतिदिन विद्वान पंडितों द्वारा दुर्गा सप्तशती का पाठ किया जा रहा है।पूजा समिति के सदस्य कुमोद झा ने बताया कि कलशस्थापना से ही प्रतिदिन एकावन कुमारी कन्याओं को भोजन कराया जाता है।महाष्टमी के दिन एक सौ एकावन कुमारी भोजन कराया जाएगा।प्रतिदिन गाँव से मिट्टी से बना पार्थिव महादेव मंदिर मे भेजा जाता है।जिसकी पूजा की जाती है।महानवमी के दिन हवन किया जाता है।महाष्टमी के रात्रि जागरण का आयोजन होता है।जिसमे आसपास के हजारों लोग जमा होकर भजन कीर्तन का आनंद उठाते हैं।पूरे नवरात्र तक गांव मे भक्ति मय वातावरण रहता है।लोग शारदीय नवरात्र की तरह ही दुर्गापूजा मनाते हैं।
संसू सिकटी,(अररिया): चैत्र नवरात्र के तीसरे दिन चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि पर देवी दुर्गा के तीसरे स्वरूप मां चंद्रघंटा की पूजा अर्चना की गईं। इस दिन मां चंद्रघंटा की पूजा से सुख-संपदा मिलती है और जीवन आनंदित होता है। शास्त्रों के अनुसार मान्यता यह भी है कि माता चंद्रघंटा की पूजा-अर्चना से भक्तों को सभी जन्मों के कष्टों और पापों से मुक्ति मिलती है। माता चंद्रघंटा अपने सच्चे भक्तों को इसलोक और परलोक में कल्याण प्रदान करती हैं और भगवती अपने दोनों हाथों से साधकों को लम्बी आयु, सुख, सम्पदा और रोगों से मुक्त होने का वरदान देती हैं।संसू कुआड़ी (अररिया): नवरात्र को लेकर कुआड़ी बाजार सहित आसपास के ग्रामीण श्रद्धालु भक्ति रस में सराबोर हैं। शारदीय नवरात्र के तीसरे दिन भगवती चंद्रघंटा के रूप में पूजा की गई। इस दौरान अन्य मंदिरों के अलावा कुआड़ी मंदिर में भक्तों की काफी भीड़ देखी गई। खासकर संध्या समय आरती के लिए महिलाओं की भीड़ उमर परी । दुर्गा मंदिर में माता के दर्शन व पूजा-अर्चना के लिए कुआड़ी बाजार व ग्रामीण क्षेत्रों से भक्तजन पहुंच रहे हैं। धूप दीप धूमन व स्तुति पाठ से यहां माहौल सुगंधित व भक्तिमय हो उठा है। वही भक्ति धुन से क्षेत्र गुंजायमान है। मंदिर के पुजारी ज्ञान मोहन मिश्र बताते हैं कि मां भगवती का स्वरूप शांति प्रदायक व कल्याण दायक है। माता दुर्गा अपने भाल में घंटे के रूप में अर्धचंद्र धारण करती है। इसलिए इन्हें चंद्रघंटा कहा जाता है।
संवाद सूत्र, फुलकाहा (अररिया): चैती नवरात्र के तीसरे दिन सोमवार को शक्ति की अधिष्ठात्री जगतजननी के तीसरे स्वरुप माता चंद्रघंटा की पूजा-अर्चना की गई। श्रद्धालुओं ने भक्ति भाव से पूजा-अर्चना कर सुख-समृद्धि की कामना की। नवरात्र के पहले दिन स्थापित किए गए कलश के पास श्रद्धालुओं ने दुर्गा सप्तशती का पाठ किया। इधर, चैती नवरात्र को लेकर तैयारियां परवान पर है। पूजा पंडालों के निर्माण में तेजी आ गई है। प्रतिमा स्थापित किए जाने से पूर्व पंडाल को तैयार किया जा रहा है। कारीगर दिन-रात एक कर पंडालों को मूर्त रुप देने में जुटे हैं। फुलकाहा के नवाबगंज में चैती मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित करने को लेकर भव्य पंडाल का निर्माण कराया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में चैती नवरात्र को लेकर काफी उत्साह है। चैती नवरात्र के मद्देनजर ग्रामीण काफी उत्साहित हैं। पूजा कमेटी के अध्यक्ष रंजीत पोद्दार ने बताया कि पूजा को लेकर तैयारियां चरम पर है। चैती दुर्गा पूजा को लेकर तेयार गांव में चहल-पहल बढ़ गई है। माहौल पूरी तरह से भक्तिमय बना हुआ है। मंदिर कमिटी के अध्यक्ष रंजीत कुमार पोद्दार, उपाध्यक्ष अरविद यादव, कोषाध्यक्ष आलोक कुमार, सचिव ओमप्रकाश यादव , राजीव कुमार पोद्दार, देवनारायण यादव, प्रणव साह, रविद्र पोद्दार, पवन यादव, छोटू कुमार साह, राकेश साह, मनीष ठाकुर, रामू साह, सुशील यादव, चंदन पोद्दार आदि लोग आयोजन को सफल बनाने में जुटे हुए।