जासं, खगड़िया: समाहरणालय सभा कक्ष में सोमवार को चाइल्ड लाइन सलाहकार परिषद की बैठक आयोजित की गई। जिसमें चाइल्ड लाइन संचालन को लेकर विस्तार से चर्चा की गई। बैठक की अध्यक्षता डीएम आलोक रंजन घोष ने की। चाइल्ड लाइन संचालन करने वाली संस्था नवगछिया जन विकास लोक कार्यक्रम के कर्मियों को डीएम ने कई आवश्यक निर्देश दिए।
चाइल्ड लाइन महिला एवं बाल विकास मंत्रालय भारत सरकार का एक कार्यक्रम है। चाइल्ड लाइन में आपात कालीन टेलीफोन सेवा 24 घंटे कार्य करती है। जिसके माध्यम से कार्यकर्ता मुसीबत में फंसे जरूरतमंद बच्चों के पास पहुंचकर उपलब्ध संसाधनों के साथ सहायता एवं संरक्षण प्रदान करते हैं।
खगड़िया जिले में स्वयंसेवी संस्था नवगछिया जन विकास लोक कार्यक्रम दिसंबर 2020 से चाइल्ड लाइन इंडिया फाउंडेशन के सहयोग से कार्य कर रही है। और चाइल्ड लाइन का संचालन कर रही है। खगड़िया में चाइल्ड लाइन सलाहकार परिषद की यह पहली त्रैमासिक बैठक थी।
समीक्षा में कुल 695 मामलों का निपटारा चाइल्ड लाइन खगड़िया द्वारा किए जाने की जानकारी दी गई। इस मौके पर डीएम ने कहा कि खोए हुए बच्चों एवं संकटग्रस्त बच्चों के बारे में आवश्यकता पड़ने पर प्रेस में खबर प्रकाशित करें। ताकि उनके माता-पिता अथवा रिश्तेदार इन बच्चों की सुधि ले सकें। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि कितने बच्चों को हेल्पलाइन द्वारा मदद पहुंचाई गई है, इसकी रिपोर्ट प्रत्येक माह सभी सदस्यों को देना सुनिश्चित करें।
इस मौके पर सिविल सर्जन डा. अमरनाथ झा, सदर एसडीओ धर्मेंद्र कुमार, बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष, सहायक निदेशक, बाल संरक्षण इकाई, जिला कल्याण पदाधिकारी, डीपीओ (आइसीडीएस), श्रम अधीक्षक, शिक्षा विभाग के पदाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी आदि मौजूद थे।