बॉलीवुड के वेट्रन एक्टर कादर खान की आज बर्थ एनिवर्सरी हैं। कादर खान का जन्म साल 1935 में अफगानिस्तान के काबुल में हुआ था। भले ही आज एक्टर हमारे बीच नहीं है लेकिन उनकी यादे आज भी उनके करोड़ों फैंस में बसती हैं।
साल 2018 में 81 साल की उम्र में उनका निधन हो गया था। बंटवारे के बाद कादर परिवार के साथ भारत आकर बस गए थे। कहा जाता है कि कादर खान का बचपन बड़ी ही गरीबी में बीता। ज़माने भर की शोहरत हासिल होने से पहले कादर ख़ान ने ज़िंदगी के बहुत सारे इम्तिहान दिए हालात से दो-दो हाथ किए?
ज़िंदगी का सौतेलापन झेलकर - गरीबी का सामना करके - कादर ख़ान ने वो मकबूलियत हासिल की, जो गिने-चुनों को ही मिलती है...इस मशहूर कलाकार के पास पहनने के लिए चप्पल तक नहीं होती थी। कादर खान ने कॉलेज में एक प्ले किया था।
जिससे दिलीप कुमार इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने कादर खान को अपनी दो फिल्मों 'सगीना' और 'बैराग' के लिए साइन कर लिया। दिलीप कुमार ने कादर खान को दफ्तर बुलाकर दो फिल्मों 1974 में आई सगीना और 1976 में रिलीज हुई फिल्म बैराग के लिए साइन किया।
दिलीप कुमार से दो फिल्में और राजेश खन्ना से एक फिल्म करियर के शुरुआत में ही मिलने के बाद कादर खान ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। ये फिल्में हिट होने के बाद कादर खान को अभिनय और डायलॉग लिखने के लिए मोटी रकम बतौर फीस मिलने लगी थी।
बाद के दिनों में वह सबसे महंगे कॉमेडियन भी कहे जाने लगे थे। करीब 300 फिल्मों में अदाकारी कर चुके कादर ख़ान ने हिंदी और उर्दू में 250 फिल्मों के डायलॉग भी लिखे । यहां तक कि राजेश खन्ना और मुमताज की साल 1974 में आई फिल्म 'रोटी' के लिए कादर खान ने ही डायलॉग लिखे थे। इस काम के लिए कादर खान को 1 लाख 21 हजार रुपए दिए गए थे।
फिल्मों के अलावा कादर खान ने टीवी इंडस्ट्री में भी अपना हाथ आजमाया। कादर खान एक कॉमेडी शो लेकर आए थे जिसका नाम हंसना मत था। इस सीरियल में कादर खान के अलावा शगुफ्ता अली, अंजू महेन्द्रू और हिमानी शिवपुरी भी थीं।
अमिताभ बच्चन की कई फिल्मों के अलावा कादर खान ने 'हिम्मतवाला', 'कुली नंबर वन', 'मैं खिलाड़ी तू अनाड़ी', 'खून भरी मांग', 'कर्मा', 'सरफरोश' और 'धर्मवीर' जैसी कई सुपरहिट फिल्में कीं।
आखिरी बार साल 2015 में उनकी आख़िरी फिल्म दिमाग़ की दही आई।
तब अमिताभ बच्चन ने उनके कमबैक का ऐलान किया था.। उस दौरान फिल्म इंडस्ट्री से कादर ख़ान के लिए पद्म पुरस्कार की मांग भी उठी... लेकिन बढ़ती उम्र और शरीर की बीमारी के चलते वो कनाडा अपने बेटे के पास चले गए और अब वो ख़बर आई वो दुनिया में नहीं रहे।