नई दिल्ली. ऐप्पल ने चीन में ऐप स्टोर से एक लोकप्रिय कुरान ऐप को हटा दिया है। चीनी सरकार के हरी झंडी देने के बाद ऐसा किया गया है। चीन Apple के सबसे बड़े बाजारों में से एक है और टेक कंपनी अपने प्रोडक्ट्स को बनाने के लिए देश पर निर्भर है। ऐप्पल सेंसरशिप ने इस बात को सबसे पहले नोट किया। ऐप्पल सेंसरशिप विश्व स्तर पर ऐप्पल के ऐप स्टोर पर ऐप्स की निगरानी करती है। कुरान मजीद नाम का ऐप चीन में अपनी तरह के सबसे लोकप्रिय ऐप में से एक था और इसके लगभग एक मिलियन यूजर्स थे।
कुरान मजीद ऐप को क्यों हटाया? कुरान मजीद ऐप अन्य देशों में ऐप स्टोर और Google Play पर उपलब्ध है। Apple की ह्यूमन राइट्स पॉलिसी में कहा गया है कि कंपनी को स्थानीय कानूनों का पालन करना जरूरी है, लेकिन कुछ मुद्दों पर सरकारों से असहमत हो सकते हैं। बीबीसी ने ऐप के निर्माता PDMS के हवाले से बताया, Apple के अनुसार हमारे ऐप कुरान मजीद को चाइना ऐप स्टोर से हटा दिया गया है क्योंकि इसमें ऐसे कंटेंट हैं, जिसके लिए चीनी अधिकारियों से एक्स्ट्रा डॉक्युमेंट्स की जरूरत होगी।
इससे पहले बाइबिल ऐप को भी हटाया था हाल के सालों में शिनजियांग में उइगर मुसलमानों के मानवाधिकारों के उल्लंघन के लिए चीन की आलोचना की गई है। ऐप को हटाने का कारण यह हो सकता है कि चीन विदेशी सामग्री पर नकेल कस रहा है। एक अन्य धार्मिक ऐप ओलिव ट्री की बाइबिल ऐप को भी इस हफ्ते चीन के ऐप स्टोर से हटा दिया गया था। हालांकि रिपोर्ट्स में कहा गया है कि ऐप निर्माता ने परमिट के मुद्दों का हवाला देते हुए ऐप को खुद ही डाउन कर लिया।
ऐप हटाने पर कंपनी ने क्या तर्क दिया कंपनी ने बीबीसी को बताया कि चूंकि हमारे पास परमिट नहीं था और हमें अपने ऐप अपडेट को मंजूरी देने और ग्राहकों तक पहुंचाने की जरूरत थी, इसलिए हमने चीन के ऐप स्टोर से अपना बाइबिल ऐप हटा दिया। इस महीने की शुरुआत में ऑडियोबुक और पॉडकास्ट सेवा ऑडिबल को परमिट मुद्दों के कारण ऐप स्टोर से हटा दिया गया था।