PMAY प्रधानमंत्री आवास योजना की सबसे खास बात सरकार की ओर से दी जाने वाली ढाई लाख रुपए की सब्सिडी है जो कि प्रोत्साहन का काम करती है। PMAY योजना के तहत सरकार उन सभी लोगों को अवसर प्रदान करती है जो स्वयं का घर बनाना चाहते हैं। यह योजना पूरे देश में लोगों के बीच बहुत लोकप्रिय है। अक्सर ऐसा होता है कि घर तो बनकर तैयार हो जाता है, संबंधित बैंक या वित्तीय संस्थान आपसे नियमित रूप से ईएमआई भी वसूलते हैं लेकिन आपको सब्सिडी नहीं मिलती। कई मामलों में देखा गया है कि एक ही भूखंड पर बने दो अलग-अलग मकानों में किसी एक की सब्सिडी आ गई और दूसरे की नहीं आई, जबकि दोनों का निर्माण एक ही समय में पूरा हो चुका होता है। ऐसे में अपनी स्टेटस चेक करना बहुत जरूरी हो जाता है। योजना के लाभार्थी के रूप में सूची में आपका नाम है या नहीं, इन कुछ आसान तरीकों से जाना जा सकता है। सबसे पहले आपको यह जानना जरूरी है कि यदि इस योजना के तहत आपने आवेदन किया है तो आपको एक रजिस्ट्रेशन आईडी भी मिली होगी। इसके माध्यम से आप अपनी स्टेटस को जांच सकते हैं। इसे चेक करने के चार आसान तरीके हैं।
शहरी और ग्रामीण आवेदकों के नियमों में यह है अंतर
प्रधानमंत्री आवास योजना PMAY का मुख्य ध्येय देश के निर्धन वर्ग के लोगों को रियायती दरों पर आवास उपलब्ध कराना है। इस योजना के तहत जो लोग शहरी क्षेत्रों में पहली बार कोई घर खरीदते हैं या निर्माण करवाते हैं तो उन्हें CLSS अथवा क्रेडिट लिंक्ड सब्सिडी का भुगतान किया जाता है। जहां तक ग्रामीण क्षेत्रों की बात है, वहां लोगों को एक तय राशि इस योजना के तहत आवास के निर्माण के लिए दी जाती है। इस योजना के तहत किसी भी वर्ग के लोग उनकी आय के अनुसार, अपने पहले घर में सरकार की तरफ से सबसिडी का फायदा ले सकते हैं। पहले इस योजना का लाभ लेने वालों की आय की सीमा 6 लाख थी लेकिन अब इसे बढ़ाकर 18 लाख कर दिया गया है।
कौन ले सकता है इसका लाभ
इस योजना का लाभ 21 से 55 साल की उम्र के लोग ले सकते हैं। इसके लिए निम्न आर्थिक वर्ग EWS के लोगों की सालाना घरेलू आमदनी 3 लाख रुपए होनी चाहिए। मध्यम वर्ग LIG के लिए 3-6 लाख रुपए होनी चाहिए। जबकि 12-18 लाख की आय वाले भी इस योजना का फायदा ले सकते हैं। इसके लिए उन्हें अपनी आय का प्रमाण पत्र, फार्म 16 या आयकर रिटर्न के कागजात देने होंगे। जो लोग स्वयं का काम करते हैं उन्हें अपनी आय का प्रमाण पत्र देना होगा।
इतनी मिलेगी Subsidy
जो लोग योजना का फायदा लेना चाहते हैं उनकी आय के अनुसार उन्हें Subsidyका फायदा मिलेगा। मसलन 12 लाख रुपए तक की सालाना कमाई वालों को 9 लाख रुपए तक के लोन पर 4 प्रतिशत ब्याज Subsidy का फायदा मिलेगा। इसी तरह 18 लाख रुपए की सालाना आय वाले 12 लाख तक के लोन पर तीन प्रतिशत Subsidy का फायदा ले सकेंगे।