शेखपुरा। बरबीघा प्रखंड के केवटी पंचायत के लक्ष्मीपुर गांव के लोग मूलभूत सुविधाओं से भी वंचित है। आलम यह कि गांव में प्राथमिक स्कूल तक नहीं है। दो किलोमीटर दूर पड़ोस के गांव मुसापुर में पढ़ने के लिए जाने की वजह से बड़ी संख्या में गांव के बच्चे स्कूल नहीं जा पाते। स्कूल तक जाने का रास्ता भी नहीं है। खेतों की मेड़ से होकर स्कूल जाना पड़ता है।
नल-जल योजना के तहत पानी भी गांव के लोगों को नहीं मिला है। बोरिग करके कई माह से छोड़ दिया गया है। गांव में नाली का निर्माण भी सही से नहीं किया गया। ठेकेदार की मनमानी से नाली बेकार रह गया। उससे पानी का निकास नहीं होता। ग्रमीणों के द्वारा उसे मिट्टी डालकर बन्द कर दिया गया है। वहीं नल-जल योजना के तहत किये गए बोरिग में दो माह पूर्व पाइप डालकर छोड़ दिया गया है। न तो इसमें मोटर डाला गया है, न इसे सुरक्षित ही किया गया है। डाले गए पाइप के चारों ओर बने गहरे गड्ढे को भी नहीं भरा गया है। बोर बेल के इस होल में कोई बच्चा गिर न जाए इसलिए ग्रामीणों के द्वारा चंदा इकठ्ठा कर इसके ऊपर करकट डाला गया है। ग्रामीण मुन्ना यादव ,रामलगन यादव ,जयराम यादव,मनीष कुमार,गुड्डू कुमार,राजेन्द्र प्रसाद आदि लोगों ने बताया की गाँव में स्कूल, नाला, सड़क और पानी की परेशानी सालों से है। मुखिया अथवा विधायक, किसी ने गांव की सुध नहीं ली। बोरिग में होल खुला छोड़ देने के संबंध में पीएचईडी विभाग के सहायक अभियंता आदित्य कुमार ने कहा की यह जानकारी उनके संज्ञान में नही था। ठेकेदार से संपर्क किया जा रहा है। शिध्र ही इसे सही करा दिया जाएगा।
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