अरवल : समाहरणालय के सभाकक्ष में जिलाधिकारी रविशंकर चौधरी की अध्यक्षता में सड़क सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित की गई। इस मौके पर डीएम ने कहा कि सड़क के किनारे फैले अतिक्रमण के कारण ही दुर्घटनाएं बढ़ रही है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि सभी अधिकारी अपने अपने क्षेत्र में सर्वे कराकर अतिक्रमण किए गए भूमि को चिन्हित करें। अतिक्रमण हटाकर उसे पार्किंग जोन में तब्दील करें। उन्होंने कहा कि जो लोग अतिक्रमण कर रखे हैं उन्हें नोटिस दें। यदि निर्धारित तिथि के तहत वे लोग स्वत: अतिक्रमण नहीं हटाते हैं तो कार्रवाई कर उसे हटाएं और उसका शुल्क अतिक्रमण करने वाले लोगों से वसूलें। उन्होंने कहा कि जिले में सड़क दुर्घटनाओं में 37 फीसद की बढ़ोतरी आई है जो चिता की बात है। बैठक में पुलिस अधीक्षक राजीव रंजन ने कहा कि ब्लॉक स्पॉट स्थल की पहचान पूरे जिले में कर दिया गया है। चिन्हित स्थलों पर दुर्घटना संबंधित जागरूकता के बोर्ड भी लगाए गए हैं। उन्होंने कहा कि जहां इस तरह के बोर्ड नहीं लगे हैं वहां इसके लिए जल्द से जल्द कार्य शुरू करें। कार्यपालक अभियंता पथ निर्माण विभाग एक सप्ताह के अंदर सूचनात्मक बोर्ड लगाने का कार्य पूरा करें। एसपी ने कहा कि हेलमेट तथा सीट बेल्ट की प्रतिदिन जांच की जा रही है। हेलमेट तथा सीटबेल्ट नहीं लगाने वाले लोगों से यातायात अधिनियम के तहत जुर्माने की राशि भी वसूली जा रही है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष जनवरी से जुलाई तक 40 लाख 33 हजार 500 रूपए जुर्माने के रूप में वसूली गई है। डीएम ने कहा कि सड़क दुर्घटना में जख्मी व्यक्तियों के लिए उनलोगों को मदद पहुंचाने में अनावश्यक देरी नहीं होना चाहिए।तुरंत एंबुलेंस का उपयोग कर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जख्मी लोगों को पहुंचाना है। उन्होंने कहा कि दुर्घटना के सभी कारणों की भी बारीकि से जांच कराए जाने की जरूरत है। उन्होंने जिला संपर्क पदाधिकारी को सड़क सुरक्षा को लेकर व्यापक प्रचार प्रसार चलाने का निर्देश दिया। बैठक में अपर समाहर्ता ज्योति कुमार, सिविल सर्जन डॉ अरविद कुमार समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे।
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Posted By: Jagran
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