बिदुपुर । नवसृजित प्राथमिक विद्यालय कुतुबपुर डिघरा, बिदुपुर के प्रभारी प्रधानाध्यापक शंभू कुमार नामांकन पखवाड़ा में कोविड-19 से संक्रमित हो गये हैं। उन्हे पटना के एनएमसीएच में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। शिक्षक संघ ने हालात पर गंभीर चिता का इजहार करते हुए कहा है कि सरकार एवं समाज के साथ हमेशा शिक्षक सिर में कफन बांधकर खड़ा रहते हैं, लेकिन सरकार को इसकी कोई चिता नहीं है। कोरोना महामारी में शिक्षक रेलवे स्टेशन, क्वारंटाइन सेंटर, नामंकन पखवाड़ा एवं चावल वितरण जैसे सारे कार्यो में बिना किसी सुरक्षा के लगे हैं। लेकिन सरकार उनकी सुरक्षा का कोई प्रबंध नहीं कर रही। कार्यो में लगे बहुत शिक्षक कोविड-19 से संक्रमित हुए हैं। लेकिन सरकार को चुनाव के अलावा कुछ नहीं दिख रहा। यहां तक कि तीन महीने से शिक्षकों को वेतन के लाले पड़े हैं।शिक्षा विभाग के पदाधिकारी का कहना है कि आवंटन नहीं है, जबकि केंद्र सरकार का साफ आदेश है कि सभी कर्मचारियों को ससमय वेतन दिया जाए। वैशाली जिला में कोरोना महामारी मे अपनी जान की परवाह किये बिना हर जगह सेवा दे रहे शिक्षकों को तीन माह से भूखमरी का सामना करना पड़ रहा है। इस संबंध में राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के जिला संगठन मंत्री राजेश कुमार ने सरकार से मांग की है कि यथाशीध्र वैशाली जिला को वेतन के लिए आवंटन मुहैया कराया जाए। साथ ही कोरोना महामारी में कल्याणकारी योजना में लगे सभी शिक्षकों को सुरक्षा किट उपलब्ध कराते हुए सभी विद्यालयों में सैनिटाइजेशन कराया जाए। कोरोना के संक्रमण को देखते हुए सरकार शिक्षकों से चावल का वितरण नहीं कराकर लाभुकों के खाते मे राशि भेजे।
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Posted By: Jagran
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