टीम इंडिया की पेस चौकड़ी की गिनती आज संसार के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों में होती है। इस चौकड़ी में मोहम्मद शमी (Mohammed Shami), उमेश यादव (Umesh Yadav), जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) व इशांत शर्मा (Ishant Sharma) जैसे पेसर्स का नाम शामिल है।
इन चारों गेंदबाजों ने भारतीय टीम के लिए जबरदस्त प्रदर्शन किया है व कई बार विदेशी जमीन पर मैच जिताने में जरूरी किरदार अदा की है। अपने साथी जसप्रीत बुमराह की तारीफ करते हुए शमी ने बताया कि वो बुमराह के साथ गेंदबाजी करके खुद को बहुत ज्यादा भाग्यशाली मानते हैं। इसके बाद शमी ने यह भी खुलासा किया कि वे बुमराह के साथ मिलकर विपक्षी टीम के बल्लेबाजों के लिए योजना बनाते हैं व उन्हें चौंकाकर आउट करने में पास हो जाते हैं।
एक अखबार को दिए साक्षात्कार में शमी ने कहा, 'मैं भाग्यशाली हूं कि दूसरे छोर से बुमराह गेंदबाजी करतें है। उनकी सटीकता व गति शानदार है। हम मैदान के बाहर व मैदान पर भी बहुत सारी बातें करते हैं। हम एक दूसरे की ताकत को समझते हैं व परिस्थितियों के अनुसार खुद को ढालते हैं। उनके साथ गेंदबाजी करना वास्तव में मेरे लिए बहुत ज्यादा अच्छा कार्य करता है। जब बल्लेबाज उनकी गति को नकारने की प्रयास कर रहे होते हैं, तो मैं गेंदबाजी करने आता हूं व अपने स्विंग से उन्हें चौंका देता हूं। बुमराह एक जबरदस्त गेंदबाज हैं व मैं उनसे बहुत कुछ सीखता हूं। '
बुमराह की तारीफ करने के बाद, शमी ने हिंदुस्तान के आगामी ऑस्ट्रेलिया दौरे पर बात की व बोला कि उन्होनें इस सीरीज को लेकर अभी तक कोई योजना नहीं बनाई है क्योंकि उन्हें नहीं मालूम कि इस बार ऑस्ट्रेलिया में पिच कैसी होंगी। शमी ने बोला 'मैं भविष्य को लेकर ज्यादा योजनाएं नहीं बनाता हूं। 2018-19 में मेरी ऑस्ट्रेलिया सीरीज बहुत ज्यादा शानदार रही थी। मुझे ऑस्ट्रेलिया में गेंदबाजी करना व वहां बल्लेबाजों को दबाव में डालना पसंद है। हम देखेंगे कि वहां किस तरह की पिच तैयार की गई है व फिर उसके अनुसार ही तैयारी करेंगे। '
बुमराह व भारत-ऑस्ट्रेलिया सीरीज पर चर्चा करने के बाद शमी ने लार के प्रयोग पर लगे बैन पर अपने विचार जाहीर किए व कहा, 'यह देखा जाना बाकी है कि गेंदबाज कैसे एक्सरसाइज करेंगे व इसके लिए तैयारी करेंगे। चीजें तब साफ हो जाएगी जब बीसीसीआई हमें गाइडलाइंस देगा व हम मैच से पहले उसके अनुसार ट्रेनिंग करेंगे। गेंदबाज निश्चित रूप से कुछ फायदे खो देंगे, लेकिन कोई बात नहीं है। शायद गेंदबाजों को कुछ लाभ देने के लिए पिच तैयार की जा सकती थी। '