इंग्लैंड के पूर्व कैप्टन नासिर हुसैन ने बोला कि ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भारतीय ओपनर रोहित शर्मा खतरनाक साबित हो सकते हैं. उन्होंने बोला कि टेस्ट में यदि रोहित आरंभ के आधे घंटे संभलकर बल्लेबाजी करते हैं, तो वे ऑस्ट्रेलिया पर भारी पड़ेंगे. नासिर ने बोला कि रोहित में बेहतरीन ओपनर बनने की सभी योग्यताएं हैं.
रोहित शर्मा ने पिछले वर्ष दक्षिण अफ्रीका के विरूद्ध टेस्ट सीरीज में बतौर ओपनर डेब्यू किया था. उन्होंने इस सीरीज में 3 शतक लगाए थे, जिसमें एक दोहरा शतक भी था. इसके बाद वे चोटिल हो गए थे, जिस कारण इसी वर्ष फरवरी में न्यूजीलैंड दौरे पर नहीं खेल सके थे.
विराट ने इंग्लैंड में ठीक रणनीति से सफलता पाई थी हुसैन ने सोनी टेन चैनल के कार्यक्रम पिट स्टॉप में कहा, ‘‘टेस्ट क्रिकेट में शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों को बड़ा स्कोर करने के लिए आरंभ में क्रीज पर समय बिताना होता है. इसमें तकनीक की भी आवश्यकता होती है. बल्लेबाज को ऑफ स्टंप पर अच्छा उसी तरह ध्यान देना होता है, जैसे विराट कोहली ने इंग्लैंड के पिछले दौरे पर जेम्स एंडरसन के विरूद्ध किया था. कोहली नयी रणनीति से इंग्लैंड के पहले के दौरे की अपनी असफलता से उभर आए थे. यही टेस्ट क्रिकेटर की पहचान भी है.’’
रोहित को विराट जैसी रणनीति अपनानी होगी पूर्व इंग्लिश कैप्टन ने कहा, ‘‘टीम इंडिया जब विदेशी दौरे पर जाएगी, तब गेंद स्विंग होगी. ऐसे में रोहित शर्मा को भी यही रणनीति अपनानी चाहिए. उसे सिर्फ आधा घंटे क्रीज पर समय बिताने की आवश्यकता होगी. उसे गेंदबाज से बोलना होगा कि मैं अगले आधे घंटे तक स्लिप में खड़े खिलाड़ी को कोई कार्य नहीं दूंगा.’’
ज्यादातर क्रिकेटर रोहित की बल्लेबाजी पसंद करते हैं नासिर ने कहा, ‘‘आज आप किसी भी खिलाड़ी से उनके पसंदीदा क्रिकेटर के बारे में पूछेंगे, तो वे रोहित शर्मा का नाम ही लेंगे. इस दौर के प्लेयर रोहित की बल्लेबाजी देखकर कहते है कि इसके पास शॉट लगाने के लिए बहुत ज्यादा समय होता है.’’ रोहित ने 32 टेस्ट में 2141 व 224 वनडे में 9115 रन बनाए हैं. उनके नाम 108 टी-20 में 2773 रन हैं.
कोहली सिर्फ जीतने के बारे में सोचते हैं उन्होंने कहा, ‘‘सौरव गांगुली ने टीम इंडिया को मजबूत बनाया था. उनकी कप्तानी वाली टीम से खेलकर लगता था कि किसी मजबूत टीम से मुकाबला हो रहा है. बतौर कैप्टन मैं उनका सम्मान करता हूं. वे भारतीय टीम में क्रांति लेकर आए. हालांकि, विराट कोहली जब मैदान पर होते हैं, तो सिर्फ जीतने के बारे में ही सोचते हैं.’’