टीम इंडिया के वनडे और टी20 में उपकप्तान रोहित शर्मा ने एक टीवी चैनल के प्रोग्राम में कही यह बड़ी बात

भारतीय क्रिकेट का मतलब है मैदान की दर्शक दीर्घाओं में कम से कम 60-70 हजार दर्शकों की मौजूदगी। मैच संसार के किस हिस्से में हो रहा है। वो देश क्रिकेट खेलता है या नहीं। इन सब बातों से कोई फर्क नहीं पड़ता।

बस उस देश में हिंदुस्तानियों की मौजूदगी होनी चाहिए, आपको मैच देखने वाली भीड़ खुद ब खुद मिल जाएगी। भारतीय क्रिकेट के 'हिटमैन' भी भारतीय दर्शकों की इस एनर्जी के कायल हैं।
टीम इंडिया के वनडे और टी20 में उपकप्तान रोहित शर्मा ने एक टीवी चैनल के प्रोग्राम में कहा, 'जब तक आप फैंस के समर्थन के गवाह नहीं बनो, आप कभी नहीं अहसास कर सकते कि आप भारतीय क्रिकेट टीम के लिए खेल रहे हैं। ' उन्होंने 2007 के टी20 वर्ल्ड कप के एक ऐसे ही मैच की याद सभी के साथ शेयर की है, जिसमें वे दर्शकों की जबरदस्त भीड़ देखकर दंग रह गए थे।
ऑस्ट्रेलिया के विरूद्ध खेल रही थी टीम इंडिया दरअसल रोहित ने 2007 वर्ल्ड कप के जिस मैच का जिक्र किया है, उसमें टीम इंडिया का मुकाबला ऑस्ट्रेलिया के साथ हो रहा था। दक्षिण अफ्रीका में खेले गए टी-20 वर्ल्ड कप के उस पहले सीजन में पहली बार भारतीय टीम महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) की कप्तानी में उतरी थी। ऑस्ट्रेलिया के विरूद्ध इस टूर्नामेंट में खेले गए सेमीफाइनल मैच में भारतीय जीत बेहद प्रसिद्ध है। रोहित ने बताया है कि कैसे जीत के बाद टीम के साथ जश्न मना रहे फैंस की संख्या आकस्मित बेहद बढ़ गई थी।
टीम का पूरा होटल भर गया था फैंस से रोहित ने कहा, 'मुझे आज तक याद है, जब हम ऑस्ट्रेलिया के विरूद्ध 2007 में सेमीफाइनल में जीते थे, हमारा होटल पूरी तरह फैंस से भर गया था व वे सब जश्न मना रहे थे व नाच रहे थे। मुझे अपनी आंखों पर यकीन नहीं हुआ, क्योंकि मैंने इससे पहले ऐसा कभी कहीं नहीं देखा था। ' रोहित ने कहा, 'आप हमेशा स्टेडियम में फैंस को देखते हो, लेकिन उस दिन होटल में उन सभी समर्थकों को देखकर मुझे अहसास हुआ कि फैंस का पैशन व प्यार ही टीम को चलाते हैं। '

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