लखनऊ, प्रेट्र। टी20 वर्ल्ड कप का आयोजन किया जाएगा या नहीं इस पर सस्पेंस बना हुआ है। माना ये जा रहा है कि अगर टी20 वर्ल्ड कप का आयोजन नहीं किया जाता है तो उस विडों में आइपीएल 2020 को आयोजित किया जा सकता है। इस मामले पर टीम इंडिया के पूर्व ओपनर बल्लेबाज चेतन चौहान का कहा है कि आइपीएल बहुत ही अहम लीग है, लेकिन इसके मुकाबले टी20 वर्ल्ड कप के आयोजन को तरजीह दी जानी चाहिए।
चेतन चौहान ने कहा कि आइपीएल से बीसीसीआइ को वित्तीय लाभ होता है तो वहीं युवा उभरते हुए क्रिकेटर्स के लिए ये शानदार मंच है, लेकिन इस साल अगर अक्टूबर-नवंबर में ऑस्ट्रेलिया में टी20 वर्ल्ड कप की संभावना बनती है तो उसे ज्यादा तरजीत दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि बीसीसीआइ के काफी खर्चे हैं और इसके लिए धन की आवश्यकता होती है। इसमें अपने अनुबंधित खिलाड़ियों को वेतन तथा सेवानिवृत्त खिलाड़ियों को पेंशन इत्यादि भी शामिल है। ऐसे में आइपीएल बोर्ड के लिए काफी जरूरी है, लेकिन वर्ल्ड कप से इसकी तुलना नहीं का जा सकती है।
उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया में सरकार की तरफ से कई छूट के बाद 25 फीसदी दर्शकों के साथ टी20 वर्ल्ड कप के आयोजन की संभावना बढ़ गई है। ऐसे में इस टूर्नामेंट के अक्टूबर-नवंबर में पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आयोजन को प्राथमिकता मिले। इसके लिये न्यूजीलैंड को मेजबानी सौंपी जा सकती है जिसे कोविड-19 से मुक्त घोषित किया गया है। उन्होंने कहा कि बेहतर होगा कि टी20 विश्व कप की मेजबानी ऑस्ट्रेलिया के बजाय न्यूजीलैंड को दे दी जाए जो कोरोना वायरस से मुक्त हो चुका है और वहां स्टेडियम में पूर्ण क्षमता में दर्शकों के साथ प्रतिस्पर्धी खेलों का आयोजन भी शुरू हो गया है।
चौहान ने बीसीसीआइ अध्यक्ष सौरव गांगुली को सुझाव दिया कि आइपीएल के आयोजन को जहां तक हो सके टाला जाए। इस बात के प्रति आशान्वित रहा जाना चाहिए कि नवंबर-दिसंबर में कोरोना महामारी का असर इतना कम हो जाएगा कि आइपीएल का आयोजन संभव हो सके। साथ ही विदेश में आइपीएल के आयोजन का विकल्प भी खुला रखना चाहिए। इस बीच पूर्व भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज सैयद किरमानी ने भी कहा कि टी20 वर्ल्ड कप ज्यादा महत्वपूर्ण आयोजन है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि विश्व कप से पहले आइपीएल का आयोजन हो तो यह खिलाड़ियों के लिए काफी अच्छा साबित होगा।