काबुलः पश्चिम काबुल स्थित एक मस्जिद में शुक्रवार को हुए एक बम विस्फोट में पेश इमाम सहित कम से कम चार लोगों की मौत हो गई और अनेक अन्य घायल हो गए। यह जानकारी अफगानिस्तान सरकार के एक अधिकारी ने दी।
अफगानिस्तान के गृह मंत्रालय के प्रवक्ता तारिक आरियन ने कहा कि बम मस्जिद के भीतर रखा गया था लेकिन उनके पास इससे अलावा कोई विस्तृत जानकारी नहीं थी। पुलिस ने क्षेत्र की घेराबंदी कर दी और घायलों को एंबुलेंस और पास के अस्पताल ले जाने में मदद की।
किसी ने अभी इसकी जिम्मेदारी नहीं ली है लेकिन इस महीने के शुरू में एक मस्जिद पर हुए हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट से जुड़े समूह ने ली है। मोफलेह फ्रोतन शहर के प्रमुख पेश इमामों में से एक थे। अफगानिस्तान में हाल के सप्ताह में हिंसा में बढ़ोतरी हुई है और अधिकतर हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट से जुड़े समूह ने ली है।
इस महीने की शुरुआत में, आईएस के एक आत्मघाती हमलावर ने काबुल के वज़ीर अकबर खान इलाके में स्थित एक मस्जिद पर हमला किया था जिसमें पेश इमाम की मौत हो गई थी और आठ अन्य घायल हो गए थे। अमेरिका ने राजधानी स्थित एक प्रसूति अस्पताल पर पिछले महीने हुए एक भयावह हमले के लिए आईएस से जुड़े लोगों को दोषी ठहराया था जिसमें दो शिशुओं और कई माताओं सहित 24 लोगों की मौत हो गई थी। वाशिंगटन के शांतिदूत जलमी ख़लीलजाद इस सप्ताह के प्रारंभ में क्षेत्र में थे और उनका प्रयास तालिबान के साथ अमेरिकी शांति समझौते को पुनर्जीवित करना था।
खैबर पख्तूनख्वा में विस्फोट में दो पाकिस्तानी सैनिकों की मौत
अफगानिस्तान की सीमा के निकट पाकिस्तान के अशांत उत्तरी वजीरिस्तान जिले में अज्ञात आतंकवादियों द्वारा सड़क पर बारूदी सुरंग के जरिए किए गए बम विस्फोट में पाकिस्तान के कम से कम दो सैनिकों की मौत हो गई। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को बताया कि आतंकवादियों ने खैबर पख्तूनख्वा के मीरानशाह शहर में गश्त कर रहे सैनिकों के वाहन को बारूदी सुरंग के जरिए निशाना बनाया।
सेना ने बयान में कहा कि दो सैनिकों की मौत हो गई है और दो अन्य इस हमले में घायल हो गए। अभी तक किसी भी आतंकी समूह ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है लेकिन अफगानिस्तान की सीमा से लगने वाले क्षेत्रों में तालिबान इस तरह के हमले करता रहा है और किसी समय यह उसका गढ़ हुआ करता था। तालिबान अशांत बलूचिस्तान में सुरक्षा बलों को प्राय: निशाना बनाता है। पिछले महीने ही दो अलग-अलग आतंकी हमलों में अर्धसैनिक बल के सात जवानों की मौत हो गई थी।