नई दिल्ली। विदेश मंत्रालय ने अफगानिस्तान में आतंकवादी घटनाओं के बारे में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के निगरानी दल की रिपोर्ट पर पाकिस्तान की प्रतिक्रिया को खारिज कर दिया । पाकिस्तान ने आरोप लगाया था कि इस रिपोर्ट के आधार पर भारत उसके खिलाफ बेबुनियाद आरोप लगा रहा है। पाकिस्तान ने भारत द्वारा अफगानिस्तान की शांति प्रक्रिया में बाधा डालने का आरोप भी लगाया था। विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान के इन आरोपों का खंडन करते हुए शुक्रवार को कहा कि प्रधानमंत्री इमरान खान पिछले साल स्वीकार कर चुके हैं कि पाकिस्तान में अभी भी 30 से 40 हजार आतंकवादी मौजूद हैं। पाकिस्तान के नेतृत्व ने अतीत में यह भी स्वीकार किया है कि पाकिस्तान की सरजमी से आतंकवादी घटनाओं को अंजाम दिया जाता है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की रिपोर्ट में वही बातें दोहराई गई हैं जिन्हें पाकिस्तानी प्रधानमंत्री पहले स्वीकार कर चुके हैं। पाकिस्तान को इस संबंध में आत्मालोचन करना चाहिए तथा आतंकवाद को समर्थन देने बंद करना चाहिए। प्रवक्ता ने कहा कि भारत और अफग़ानिस्तान के बीच दोस्ती के संबंधों के दरार पैदा करने की पाकिस्तान की कोशिश सफल नहीं होगी।