द्रविड़ ने गैर सरकारी संगठन युवा के समर्थन में आयोजित वेबिनार के दौरान कहा, 'ईसीबी जिन चीजों की बात कर रहा है वे थोड़ा वास्तविकता से परे हैं। निश्चित तौर पर ईसीबी इन श्रृंखलाओं के आयोजन का इच्छुक है क्योंकि वहां और किसी तरह की क्रिकेट नहीं खेली जा रही है।' उन्होंने कहा, 'यहां तक कि अगर वे जैव सुरक्षित वातावरण तैयार करने में सफल रहते हैं और उसमें मैचों का आयोजन करते हैं लेकिन मुझे लगता है कि जिस तरह का कार्यक्रम है, जिस तरह से यात्राएं करनी पड़ती हैं और जिस तरह से इसमें कई लोग शामिल होते हैं, उन्हें देखते हुए हर किसी के लिए ऐसा करना संभव नहीं होगा।'
ईसीबी ही नहीं दक्षिण अफ्रीका ने भी सुझाव दिया है कि भारत के खिलाफ प्रस्तावित श्रृंखला जैव सुरक्षित वातावरण में आयोजित की जा सकती है। द्रविड़ ने कहा, 'हम सभी उम्मीद कर रहे हैं कि समय के साथ चीजों में सुधार होगा और बेहतर दवाईयां मिलने पर स्थिति भी बेहतर होगी।' उन्होंने कहा, 'जैव सुरक्षित वातावरण में आपको सभी तरह के परीक्षण करने होंगे, पृथकवास इसमें शामिल होगा और ऐसे में अगर टेस्ट मैच के दूसरे दिन कोई खिलाड़ी संक्रमित पाया जाता है तो फिर क्या होगा।
क्रिकेट सहित विश्व भर में सभी खेल गतिविधियां कोराना वायरस महामारी के कारण ठप्प पड़ी हैं। महामारी रोकने के लिये लगाए गए लॉकडाउन के कारण खिलाड़ी अपने घरों में रहने को मजबूर हैं। द्रविड़ ने कहा, 'पेशेवर स्तर पर खिलाड़ियों को परिस्थितियों से सामंजस्य बिठाना होगा और अपने प्रदर्शन को अधिक प्रभावित नहीं होने देने होगा। उन्हें इससे पार पाने का तरीका ढूंढना होगा।' (भाषा)