वेलिंग्टन, आइएएनएस। न्यूजीलैंड टीम के कप्तान केन विलियमसन ने अपनी ही टीम के पूर्व कप्तान ब्रैंडन मैकुलम के बारे में एक बड़ा खुलासा किया है। कीवी कप्तान केन विलियमसन ने ब्रैंडन मैकुलम के बाद में टीम पर पड़े उनके प्रभाव और खेल के लिए उनके दृष्टिकोण की सराहना की है। मैकुलम साल 2016 तक तीनों फॉर्मेट में टीम के कप्तान थे। साल 2015 के वर्ल्ड कप का फाइनल भी न्यूजीलैंड टीम ने उनकी कप्तानी में खेला था।
बांग्लादेश के ओपनर तमीम इकबाल के साथ इंस्टाग्राम पर लाइव चैट करते हुए केन विलियमसन ने कहा है, "ब्रैंडन मैकुलम ने लंबे समय तक शानदार तरीके से टीम का नेतृत्व किया और मेरे लिए ये महान अवसर से कम नहीं है कि मैंने उनसे काफी कुछ सीखा है। जब ब्रैंडन मैकुलम ने क्रिकेट छोड़ी तो चुनौतियां दो गुना थीं, अब आप उनके बिना एक खिलाड़ी और एक कप्तान के रूप में खेल रहे हैं। चुनौतियों में से एक यह था कि हम एक समूह के रूप में बढ़ते रहना चाहते थे।"
इस बीच तमीम इकबाल ने केन विलियमसन से पूछा था कि क्या ये बात सही है कि मैकुलम 50 ओवर के गेम को 40 ओवर के गेम की तरह देखते थे? इसके जवाब में केन विलियमसन ने कहा, "उनके दिमाग में शायद ऐसा होता होगा। कभी-कभार वे टेस्ट क्रिकेट को वनडे क्रिकेट की तरह देखते थे। जब वे मैदान पर जाते थे और अच्छा खेलते थे तो बड़ा स्कोर बनाते थे। ब्रैंडन मैकुलम अपना स्वाभाविक गेम खेला करते थे, जिससे टीम को सफलता मिली।
तमीम का ये सवाल सही भी था, क्योंकि मैकुलम काफी अग्रेसिव बैट्समैन थे। अपने आखिरी टेस्ट मैच में ब्रैंडन मैकुलम ने टेस्ट क्रिकेट में इतिहास रचा था और सबसे तेज टेस्ट शतक ठोकने का विश्व रिकॉर्ड बनाया था। इतना ही नहीं, टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा छक्के मारने का विश्व रिकॉर्ड भी उन्हीं के नाम है। ब्रैंडन मैकुलम ने 54 गेंदों में टेस्ट मैच में शतक ठोका था, जबकि उनके नाम टेस्ट क्रिकेट में 107 छक्के लगाने का विश्व रिकॉर्ड भी दर्ज है।