टीम इंडिया के सबसे बड़े हीरो शिखर धवन की कामयाबी का टॉयलेट ने खोला रास्ता !

पत्थर सा मजबूत शरीर, हाथ व बल्ले का जबर्दस्त तालमेल। बड़े टूर्नामेंट्स का खिलाड़ी, आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप हो या चैंपियंस ट्रॉफी हमेशा खुद को साबित किया टीम इंडिया का सबसे बड़ा हीरो।

जी हां यहां बात हो रही है शिखर धवन (Shikhar Dhawan) की, जिन्हें क्रिकेट की संसार में लोग गब्बर के नाम से भी जानते हैं। शिखर धवन हिंदुस्तान के उन चुनिंदा क्रिकेट खिलाड़ियों में हैं जिन्होंने अपने करियर में बड़े-बड़े कार्य किये हैं लेकिन उनका नाम रोहित शर्मा व विराट कोहली की तरह बड़ा नहीं हो पाया। धवन ने अपने बल्ले के दम पर कई मैच जिताए व पिछले 7 वर्षों से वो लगातार खुद को साबित कर रहे हैं। धवन वैसे टी20 व वनडे फॉर्मेट ही खेलते हैं लेकिन टेस्ट क्रिकेट में भी उनका प्रदर्शन अच्छा ही रहा है। धवन बेहद मेहनती खिलाड़ी हैं व वो नकरात्मक बातों को खुद पर हावी नहीं होने देते। बोला जाए तो धवन की सफलता की कुंजी उनका सकरात्मक रवैया ही है। आइए अब आपको बताते हैं धवन के ऐसे अंधविश्वास या टोटके के बारे में जो उन्हें कथित तौर पर कामयाबी की सीढ़ियां चढ़ा रहा है।धवन की कामयाबी का रास्ता टॉयलेट से जाता है! संसार में हर क्रिकेटर कामयाबी के लिए कोई ना कोई टोटका करता है व इसमें धवन भी शामिल हैं। आपको ये जानकर बेहद हैरानी होगी कि शिखर धवन (Shikhar Dhawan) बल्लेबाजी पर उतरने से पहले आकस्मित टॉयलेट चले जाते हैं। धवन के मुताबिक उन्हें हमेशा बल्लेबाजी से पहले टॉयलेट लग जाती है व इससे उनका प्रेशर भी हल्का हो जाता है। हाल ही में उनके ओपनिंग साझीदार रोहित शर्मा ने भी यही बात कही थी। रोहित शर्मा ने बताया था कि वर्ष 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी में जब वो बतौर ओपनर पहला मैच खेलने उतर रहे थे तो आकस्मित शिखर धवन गायब हो गए। मैच से पहले मैंने देखा कि शिखर धवन टॉयलेंट के अंदर घुस गए। रोहित ने बताया कि सिर्फ वही मैच नहीं बल्कि हर मैच में धवन ऐसा ही करते हैं।धवन का दूसरा टोटका शिखर धवन (Shikhar Dhawan) का दूसरा टोटका ये है कि वो कभी पहली गेंद नहीं खेलते हैं। शिखर धवन को हमेशा पहली गेंद रनिंग एंड से देखनी पसंद है, जिसके बाद उनके अंदर थोड़ा आत्मविश्वास आता है। धवन ने एक साक्षात्कार में खुलासा किया था कि वर्ष 2013 चैंपियंस ट्रॉफी में रोहित व वो ओपनिंग करने उतर रहे थे। इसके बाद रोहित ने धवन को हड़ताल लेने के लिए कहा। लेकिन धवन ने मना कर दिया। रोहित ने कहा कि ये बतौर ओपनर उनका पहला मैच है, जिसपर धवन ने बोला कि ये वापसी के बाद उनका पहला मैच है, इसलिए वो भी पहली गेंद नहीं खेलेंगे। वो दिन है व आज का दिन है, पहली गेंद हमेशा रोहित शर्मा ही खेलते हैं व धवन नॉन हड़ताल पर रहते हैं।टोटके से धवन को फायदा धवन (Shikhar Dhawan) का टॉयलेट जाना व पहली गेंद नहीं खेलना उनके लिए शुभ ही साबित हुआ है। धवन अबतक इंटरनेशनल क्रिकेट में 24 शतक लगा चुके हैं। उनके बल्ले से 17 शतक वनडे व 7 शतक टेस्ट में निकले हैं। सारे करियर की बात की जाए तो धवन के नाम कुल 54 शतक हैं।बड़ी बात ये है कि शिखर धवन (Shikhar Dhawan) बड़े टूर्नामेंट्स के खिलाड़ी हैं। उन्होंने आईसीसी टूर्नामेंट में हमेशा हिंदुस्तान की ओर से सबसे अच्छा प्रदर्शन किया है। 2013 चैंपियंस ट्रॉफी में धवन ने 90 से ज्यादा की औसत से 363 रन ठोक दिये थे जिसमें दो शतक व एक अर्धशतक शामिल था। 2015 वर्ल्ड कप में धवन ने 8 मैचों में 50 से ज्यादा की औसत से 412 रन बनाए थे। 2017 चैंपियंस ट्रॉफी में भी धवन ने 5 मैचों में 67 से ज्यादा की औसत से 338 रन ठोक दिये थे। 2018 एशिया कप में धवन ने 5 मैचों में तकरीबन 70 की औसत से 342 रन बनाए थे। 2019 वर्ल्ड कप में धवन चोट के चलते सिर्फ दो ही मैच खेल पाए लेकिन इसमें भी वो एक शतक लगा पाने में सफल रहे थे। साफ है धवन का टैलेंट व उनका टोटका उनके लिए लकी ही साबित हुआ है।

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