इस्लामाबादः पाकिस्तान में सोमवार को कोरोना वायरस से 1,974 और लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई, जिसके बाद मुल्क में कोविड-19 के मामले 42,000 के पार चले गए।
वहीं, करीब 30 और मौत के बाद मृतकों का आंकड़ा भी 903 पहुंच गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि 42,125 मामलों में से सबसे ज्यादा, सिंध में 16,377 मामले हैं। इसके बाद, पंजाब में 15,346, खैबर-पख्तूनख्वा में 6,661, बलोचिस्तान में 2,692, इस्लामाबाद में 947, गिलगित-बाल्तिस्तान में 540 और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में 112 मामले हैं।
मंत्रालय के मुताबिक संक्रमण के 1,974 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमण के कुल मामले 42,125 पर पहुंच गए। पिछले 24 घंटे में 30 लोगों की मौत हुई है जिसके बाद मृतकों की संख्या 903 हो गई है जबकि लोग 11,922 लोग पूरी तरह से ठीक हो चुके हैं।
योजना मंत्री असद उमर ने कहा कि पाकिस्तान में इस वायरस के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए प्रति दिन 30,000 जांच पर्याप्त होगी। फिलहाल प्रतिदिन 25,000 जांच की जा रही है। पाकिस्तान ने चरणबद्ध तरीके से घरेलू उड़ानों का संचालन शुरू कर दिया है।
संक्रमणों की संख्या में वृद्धि के बावजूद, पाकिस्तान सरकार ने लॉकडाउन के प्रतिबंधों में ढील दी है और देश में अधिकांश दुकानें आदि खुल गई हैं। सूचना मंत्री शिबली फराज के मुताबिक, संक्रमण से बुरी तरह से प्रभावित क्षेत्रों में आवाजाही पर रोक के लिए चुनिंदा लॉकडाउन नीति को अपनाया गया है।
पाकिस्तान ने चरणबद्ध तरीके से घरेलू उड़ानों का संचालन शुरू कर दिया और सोमवार से परिवहन सेवाएं शुरू हो जाएंगी। पंजाब ने ऐलान किया है कि वह सार्वजनिक परिवहन को सोमवार से शुरु करने की इजाजत देगा। पाकिस्तान ने अफगानिस्तान से लगती अपनी सरहद को भी खोल दिया है।
पाकिस्तान के सिंध प्रांत में जबरन धर्म परिवर्तन के खिलाफ हिंदुओं ने प्रदर्शन किया
सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में दिख रहा है कि पाकिस्तान के सिंध प्रांत में हिंदू भील समुदाय के लोग कथित तौर पर जबरन धर्म परिवर्तन के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। आरोप है कि एक मुस्लिम समूह द्वारा इन्हें जबरन इस्लाम धर्म अपनाने पर मजबूर किया जा रहा है।
इस वीडियो के सामने आने के बाद एक हिंदू सांसद ने मामले में जांच कराने की मांग की है। पाकिस्तान हिंदू परिषद के प्रमुख और तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के सांसद डॉ रमेश वंकवानी ने कहा कि वीडियो में दिख रहा है कि महिलाएं और बच्चे तख्तियां और बैनर लेकर तबलीगी जमात समूह के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इस घटना को लेकर सरकार की अल्पसंख्यक परिषद को तत्काल जांच के आदेश देने चाहिए क्योंकि सिंध के आंतरिक हिस्सों में जबरन धर्म परिवर्तन के खिलाफ हिंदू समुदाय लंबे समय से विरोध दर्ज करवा रहा है। सिंध प्रांत के हिंदुओं का आरोप है कि तबलीगी जमात समूह के लोगों ने प्रांत के मटियार क्षेत्र के नसूरपुर गांव में उनके घर क्षतिग्रस्त किए और उन्हें प्रताड़ित किया गया। वीडियो में दिखाई दे रहा है कि कुछ लोग चिल्ला रहे हैं कि वे अपना धर्म बदलने के बजाय मरना पसंद करेंगे।