लॉकडाउन ने हमें घर में रहने के दौरान नया कौशल सीखने का भरपूर मौका दिया है। इस दौरान लोग अपने शौक भी पूरे कर रहे हैं और नई-नई चीजें भी सीख रहे हैं। फोटोग्राफी और पेंटिंग से लेकर सिंगिंग तक और किचन से लेकर बागबानी तक, लोग अपना समय रचनात्मक कार्यों में बिता रहे हैं। इस समय को आप अपना प्रोफेशनल स्किल डेवलप करने यानी व्यवसायिक कौशल विकसित करने में उपयोग कर सकते हैं। अगर आप अरसे से विदेशी भाषाएं सीखने को आतुर थे तो यह आपके लिए बेहतरीन समय है। आजकल ऑनलाइन ऐसे कई प्लेटफॉर्म हैं, जिनसे आप घर बैठे अंग्रेजी, फ्रेंच, जर्मन, रूसी, चीनी, इंडोनेशियाई, ग्रीक जैसी भाषाओं में पारंगत हो सकते हैं।
डुओलिंगो इस मुफ्त एप पर 30 से ज्यादा भाषाएं सीख सकते हैं। इनमें आयरिश, नॉर्वियन, हिंदी से लेकर चेक, हिब्रू, विएतनामी, ग्रीक और रोमानियाई भाषा उपलब्ध हैं। इस एप पर इन भाषाओं के छोटे-छोटे अध्यायों में रिक्त स्थान भरने,बोलने और वाक्य मेल जैसी गतिविधियां कराई जाती हैं। वहीं, रेडियो लिंगुआ नेटवर्क के लाइव पॉडकास्ट फ्रेंच, स्पेनिश, इटैलियन, जर्मन, स्वीडिश, चीनी और अंग्रेजी भाषा की मुफ्त कक्षाएं देते हैं। हरेक एपिसोड पहले अध्याय से आगे बढ़ता है।
बबेल यह एप आपको फ्रेंच, इंडोनेशियाई, पुर्तगाली, तुर्की जैसी दर्जनों भाषाओं की कक्षाएं मुहैया कराती है। उदारहण के तौर पर फ्रेंच भाषा के लिए शुरुआती स्तर पर शब्दावली मिलती है। फिर बहुवैकल्पिक सवाल और वाक्यों में शब्द पहचानने जैसे एक्सरसाइज कराई जाती है। इसके बाद वर्तनी और बोलचाल पर जोर दिया जाता है। शुरुआती कुछ कक्षाएं मुफ्त मिलती हैं। फिर करीब एक हजार रुपये प्रतिमाह से लेकर साढ़े छह हजार रुपये सालाना फीस ली जाती है। हालांकि सेल के दौरान इस पर पचास फीसदी तक छूट भी मिल जाती है।
मेमराइज इस एप पर विभिन्न भाषाओं पर लोगों के आम बोलचाल के शब्द और कहावतों के वीडियो मुहैया कराए जाते हैं। इनमें फ्रेंच, अरबी, चीनी, पोलिश, रूसी समेत कई भाषाओं की कक्षाएं फ्री में उपलब्ध हैं लेकिन सभी फीचर्स तक पहुंच के लिए फीस भी ली जाती है। 680 रुपये मासिक से लेकर 9,000 रुपये जीवनभर के लिए जाते हैं। सालाना सब्सक्रिप्शन 3,000 रुपये में उपलब्ध है।
यूट्यूब पर फ्री वीडियो सेवा किसी भी भाषा के लिए यूट्यूब आपकी आभासी कक्षा हो सकती है। 'हाउ टू यूज यूट्यूब टू लर्न अ न्यू लैंग्वेज' चैनल पर रोम के भाषा शिक्षक लुका लैंपरिएलो उपशीर्षक लिखे वीडियो के जरिये कई भाषाएं सिखाते हैं।
इजी लैंग्वेज 'इजी लैंग्वेज'यूट्यूब चैनल भी भाषाएं सिखाता है। इस पर विभिन्न देशों से लोग स्थानीय और अंग्रेजी में उपशीर्षक के साथ वीडियो पोस्ट करते हैं। यहां पर इजी फ्रेंच, इजी जर्मन, इजी ग्रीक और इजी इटैलियन समेत कई भाषाएं उपलब्ध हैं।
टेड टॉक भाषाओं के उपशीर्षक लिखे लंबे वीडियों के लिए 'ग्रेट टेड टॉक्स फॉर लैंग्वेज प्रैक्टिस' प्लेलिस्ट पर जाएं। यहां कई देशों में रह चुके लोग अलग-अलग भाषाओं पर बातचीत करते हैं। प्रोजेक्ट गुटनेबर्ग इस माध्यम पर पुर्तगाली, जर्मन, डच, फ्रेंच और अन्य भाषाओं की किताबें मुफ्त ई-बुक्स उपलब्ध हैं।
प्रेस रीडर डिजिटल माध्यम प्रेस रीडर पर चीनी, फ्रेंच, जर्मन, इंडोनेशियाई, कोरियन, रूसी, स्वीडिश और तुर्की भाषाओं के प्रकाशन उपलब्ध हैं। यहां नेविगेशन मैन्यू से भाषा का चयन कर संबंधित प्रकाशन पढ़ सकते हैं। यहां मुफ्त में आलेख पढ़े जा सकते हैं। लेकिन कुछ प्रकाशनों के संस्करण खरीदने भी पड़ते हैं।
विदेशी भाषा की फिल्में, टीवी-रेडियो विदेशी भाषा के रेडियो-टीवी कार्यक्रमों के जरिये भाषा सीखना बेहतरीन तरीका रहा है। अब तो कई माध्यमों पर यह उपलब्ध हैं। नेटफ्लिक्स और अमेजन प्राइम जैसे प्लेटफॉर्मों पर अंग्रेजी, हिंदी, बंगाली, दक्षिण भारतीय समेत जापानी, फ्रेंच, स्पेनिश, इटैलियन भाषाओं में फिल्में, कार्यक्रमों की सीरीज उपलब्ध होती है।
टीवी न्यूज संबंधित भाषा के न्यूज चैनल देखे जा सकते हैं। मसलन, जर्मनी के लिए चैनल जेडडीएफ व जापान के लिए एनएचके वर्ल्ड है। बीबीसी की वेबसाइट पर भी अरबी, चीनी समेत 30 से ज्यादा भाषाओं से परिचित हुआ जा सकता है।
न्यूज इन स्लो अगर किसी भाषा के चैनल पर एंकर तेजी से बोलते हैं तो न्यूज इन स्लो का इस्तेमाल कर सकते हैं। इस पर फ्रेंच, स्पैनिश, इटेलियन व जर्मनके न्यूज शो गति निर्धारित कर देख सकते हैं। पूर्ण एक्सेस के लिए 1,100 से 1,700 रुपये में मासिक सब्सक्रिप्शन लिया जा सकता है।(न्यूयॉर्क टाइम्स न्यूज सर्विस)