कोरोनावायरस की वजह से पिछले करीब दो महीने से खेल कार्यक्रमों को भी रोक दिया गया है. संक्रमण से फैल रही इस महामारी ने पूरे विश्व को अपनी चपेट में ले लिया है. इसकी वजह से खेलों को आर्थिक मोर्चे पर भी काफी नुकसान पहुंचा है. अब क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया और बीसीसीआई लगातार कोशिश कर रहे हैं कि भारत का ऑस्ट्रेलिया दौरा तय समय पर हो. चर्चा है कि इसके लिए टीम इंडिया दो हफ्तों के लिए क्वारंटीन में जाने के लिए भी तैयार हो गई है.
ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए तैयारियों में लगा क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया और बीसीसीआई
आईपीएल के अनिश्चिताल के लिए स्थगित होने के बाद अब तैयारी इस साल होने वाले टी-20 विश्व कप और ऑस्ट्रेलिया दौरे को ध्यान में रखकर की जा रही हैं. हालांकि हालात को गंभीरता से देखें तो टी-20 विश्व कप के आयोजन पर भी सवालिया निशान लगा हुआ है. इसके बाद अब फोकस ऑस्ट्रेलिया दौरे पर है. भारतीय टीम को इस साल दिसंबर और जनवरी में ऑस्ट्रेलिया में मेजबान के खिलाफ चार मैच की टेस्ट सीरीज और तीन मैच की वनडे सीरीज खेलनी है.
अभी फिलहाल विदेश यात्राओं पर रोक लगी हुई है. और जो विदेश यात्रा करता है उसे 14 दिन के लिए क्वारंटीन में जाना होता है. अब भारत ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए दो हफ्ते क्वारंटीन में जाने के लिए तैयार हो गया है. बीसीसीआई अधिकारी ने एक ऑस्ट्रेलिया अखबार से बातचीत में बताया कि अगर ऑस्ट्रेलिया दौरा संभव हो सकता है तो भारत दो हफ्ते के लिए क्वारंटीन में जाने के लिए इच्छुक होगा.
बीसीसीआई कोषाध्यक्ष अरुण धूमल ने कहा कि इसके अलावा कोई विकल्प नहीं है. सभी को ऐसा करना होगा. आप क्रिकेट को फिर से शुरू करना चाहेंगे. दो हफ्ते का लॉकडाउन इतना लंबा नहीं होगा. ये किसी भी खिलाड़ी के लिए आदर्श स्थिति होगी. क्योंकि जब आप इतने लंबे वक्त से लॉकडाउन में होते हैं, तो दूसरे देश में जाकर दो सप्ताह का लॉकडाउन करना एक अच्छी बात होगी. हमें ये देखना होगा कि इस लॉकडाउन के क्या नियम होंगे. अगर भारत का ये दौरा स्थगित हुआ या टला तो इससे ऑस्ट्रेलिया को 196 मिलियन अमेरिकी डॉलर का नुकसान होने का अनुमान लगाया गया है.
चार टेस्ट या पांच टेस्ट मैच की होगी सीरीज?
बीसीसीआई अधिकारी अरुण धूमल ने कई विषयों पर बात की. उन्होंने चार मैच की टेस्ट सीरीज को पांच टेस्ट मैच का किए जाने को लेकर हो रही चर्चा पर भी जवाब दिया. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन से पहले ही इस मामले पर चर्चा हो चुकी है. अरुण धूमल ने कहा कि अगर फ्यूचर टूर प्रोग्राम में कोई संभावना दिखती है तो ये दोनों देश के बोर्ड पर निर्भर करता है कि वो इसमें एक टेस्ट खेलना चाहते हैं या दो वनडे या दो टी-20. लॉकडाउन में जो आर्थिक नुकसान हुआ है उसकी भरपाई के लिए वनडे या टी-20 बेहतर विकल्प होगा.
भारतीय टीम ने अपना आखिरी दौरा इस साल न्यूजीलैंड का किया था. इसके बाद साउथ अफ्रीका भारत के दौरे पर वनडे सीरीज खेलने आया था. लेकिन कोरोनावायरस की वजह से उस सीरीज का स्थगित कर दिया गया. उसके बाद से अब तक भारतीय खिलाड़ी लॉकडाउन में हैं. सिर्फ भारत ही नहीं विश्व की बाकी टीम भी इन्हीं हालातों से गुजर रही हैं. इसकी वजह से क्रिकेट बोर्ड को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है. अब धीरे-धीरे क्रिकेट को दोबारा शुरू करने की कवायत शुरू हो चुकी है. ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया दौरे से क्रिकेट के मैदान में वापसी करे.